प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान सवाल पूछने वाली पत्रकार हिंदुत्ववादियों और भाजपा समर्थकों के निशाने पर आ गईं हैं।
सोशल मीडिया के ज़रिए ट्रॉलिंग गैंग उनको लगातार निशाना बना रहीं हैं तथा उनको पाकिस्तानी और इस्लामवादी कहकर पुकारा जा रहा हैं।
आपको बता दें कि, वॉल स्ट्रीट जर्नल अखबार की ह्वाइट हाउस संवाददाता सबरीना सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री मोदी से भारत में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहें भेदभाव को लेकर सवाल पूछा था।
इस सवाल के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उनके माता-पिता के पाकिस्तानी होने के चलते उनका पाकिस्तानी कनेक्शन निकाल दिया था. जिसके बाद ट्रॉल गैंग पूरी तरह से इनके पीछे पड़ गईं थीं।
मामला बढ़ता देख व्हाइट हाउस ने पत्रकार के समर्थन में उतरकर अपना बयान भी ज़ारी किया हैं, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे के मुताबिक़, हम प्रेस की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध हैं, यही कारण है कि हमने पिछले सप्ताह प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
उन्होंने कहा, हम निश्चित रूप से किसी पत्रकार को डराने-धमकाने या परेशान करने के किसी भी प्रयास की निंदा करते हैं जो सिर्फ अपना काम करने की कोशिश कर रहे है।
इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने भी पत्रकार का समर्थन करते हुए कहा कि, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मानवाधिकार उल्लंघन के बारे में एक सवाल पूछने के लिए पत्रकार सबरीना सिद्दीकी के ऊपर किए गए ऑनलाइन हमले और उत्पीड़न की हम कड़ी निंदा करते हैं।
पत्रकार नेताओं को जवाबदेह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्हें अपना काम करने के लिए कभी भी उत्पीड़न या धमकी का सामना नहीं करना चाहिए।
व्हाइट हाउस के बयान के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी अपना बयान ज़ारी करते हुए कहा कि, हमें अफसोस है कि PM मोदी से सवाल करने की वजह से एक महिला पत्रकार को प्रताड़ना झेलनी पड़ी. हम इसकी निंदा करते हैं. सनद रहे कि 9 साल में पहली बार PM मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उनसे सवाल पूछा गया था. इस एक सवाल ने प्रेस की स्वतंत्रता के खोखले दावे को उधेड़ कर रख दिया।