राजस्थान के बाड़मेर में एक धार्मिक कार्यक्रम के मंच से बाबा रामदेव द्वारा इस्लाम और ईसाई धर्म के विरोध में टिप्पणी करने के बाद से मुस्लिम समुदाय में काफ़ी गुस्सा हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बाबा रामदेव कह रहे हैं कि, मुसलमानों के लिए सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी है, नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करो, सब जायज है. चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो।
इस बयान के बाद मुसलमानों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बाबा रामदेव के खिलाफ़ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की हैं।
पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी का कहना हैं कि, रामदेव के अनुसार मुस्लिम अपने बच्चों को आतंकवादी बनाते है और लड़कियों को उठवाते है और इसी का नाम रामदेव ने इस्लाम बताया है, रामदेव दूसरे धर्मों पर विवादित बयान और मज़ाक उड़ाये बिना ख़ुद को स्थापित नही कर सकता है क्या? अशोक गहलोत कार्रवाई करें।
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के अनुसार, क्या ये “धर्म गुरु” इस्लाम का अपमान किए बिना अपने धर्म की बात भी नहीं कर सकते? मुसलमानों का मानना है कि क़ातिलों को क़ानून के तहत कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए, मुसलमान, हत्यारों को वोट देकर उन्हें सांसद, विधायक या PM नहीं बनाते, ये वीडियो राजस्थान का है अशोक गहलोत आप कुछ करेंगे या नहीं?
हालांकि पत्रकार जफर आफाक के अनुसार, एसपी बाड़मेर ने बताया हैं कि पुलिस ने राजस्थान में एक कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा मुसलमानों और ईसाइयों के बारे में की गई विवादित टिप्पणी पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है।