मध्य प्रदेश के राजगढ़ निवासी पत्रकार सलमान अली से मेरी दोस्ती 2 साल पहले हुई थी जब उन्हें एक फ़र्ज़ी केस में फंसा कर उनके घर पर बुलडोज़र चलाया जा रहा था, कल बाइक सवार 3 युवकों ने सलमान की उनके 10 वर्षीय बेटे के सामने गोली मारकर हत्या कर दी है।
2022 में उन्हें एक महिला के फ़र्ज़ी केस में फंसाया गया, बाद में महिला ने एफिडेविट देकर कोर्ट में कहां कि “मैं अनपढ़ हूँ मेरे पति ने मुझसे सादे कागज़ पर अंगूठा लगवाया, मेरे पति ने मेरे नाम पर सलमान पर जो आरोप लगाये है वो सही नही है क्योंकि मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ ही नही” , जब तक सलमान को उस केस से राहत मिली तब तक प्रशासन सलमान के आरोपी होने की वजह से उसके दादा के घर पर बुलडोज़र चला चुका था, क्योंकि जिस महिला के नाम पर उन्हें फसाया गया वो हिन्दू थी और सलमान मुसलमान!
सलमान मध्यप्रदेश में पारिवारिक दस्तक नाम से अख़बार चलाते थे , अब उनके अख़बार को पढ़ेंगे तो बुलडोज़र की ख़बर मुख्य पृष्ठ पर होती थी क्योंकि वो बुलडोज़र से पीड़ित थे, अब सलमान इस दुनिया में नही रहे है क्योंकि कल जब वो अपने बेटे को स्कूटी पर घुमाने के लिए निकले तो बेटे के ही सामने बाइक सवारों ने उनके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी है, सलमान की हत्या की ख़बर सुनते ही मैं बहुत दुखी हूं क्योंकि उनके छोटे बच्चों के सिर से बाप का साया उठ गया है और मध्यप्रदेश ने एक क़ाबिल पत्रकार खो दिया है और मैंने एक दोस्त, मैं पिछले साल मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भोपाल और इंदौर गया तो सलमान ने कहां कि भाई जब इंदौर से दिल्ली के निकलो तो शाजापुर रुक कर जाना, मैं आपके स्वागत की तैयारी कर रहा हूँ, लेकिन दिल्ली जल्दी पहुंचने की वजह से हम शाजापुर की जगह राजस्थान की तरफ़ निकल गये और सलमान से मुलाक़ात नही हो सकी, अभी 15 दिन पहले सलमान द्वारा व्हाट्सएप्प पर भेजे गये लास्ट मैसेज पढ़े तो दुख और ज़्यादा बढ़ गया कि मिल ना सकें जिसका बेहद अफ़सोस रहेगा!
सलमान अली दिग्विजय सिंह के बेहद क़रीबी है और वह हर हफ़्ते किसी ना किसी मसले में दिग्विजय जी से मुलाक़ात करते रहे है ,उम्मीद करता हूँ दिग्विजय जी सलमान के परिजनों को इंसाफ़ दिलाने के लिए प्रशासन से बात करेंगे, उनके क़ातिलों को हर हाल में गिरफ्तार करवायेंगे, क़ातिल जो भी हो बख़्शा नही जाना चाहिए, सलमान अली पर पिछले ही वर्ष शाहरुख नामक गुंडे ने भी अपने साथियों के साथ मिलकर धारदार हथियारों से हमला किया था जिसमें सलमान बुरी तरह घायल हो गये थे!
डॉक्टर मोहन यादव से अनुरोध है कि सलमान के मामलें में तुंरत जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें, दोषियों को हर हाल में बख़्शा नही जाना चाहिए!
(यह लेख पत्रकार ज़ाकिर अली त्यागी ने लिखा है, यह उनके निजी विचार है)