बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के बीच मद्रास हाईकोर्ट ने एक बेहद चौकाने वाला फैसला सुनाया है। दरअसल कोरोना के दूसरी लहर के लिए मद्रास हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को ज़िम्मेदार ठहराया है। और साथ में ये भी कहा कि चुनाव आयोग के अफसरों के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
आपको बता दें कि मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीव बनर्जी और सेंथिलकुमार रामामूर्ती ने कर्नाटक के क्रुर विधानसभा क्षेत्र में हुए चुनाव में कोरोना नियमों का पालन न हो पाने की अर्ज़ी पर सुनवाई कर रहे थे।
इस विधानसभा क्षेत्र से कुल 77 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे और चुनाव के वक़्त जमकर कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई थी।
इसी मामले की सुनवाई करते हुए मुख्य नयायधीश ने राजनीतिक दलों द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाने के लिए चुनाव आयोग को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा कि “आज की स्थिति के लिए सिर्फ और सिर्फ चुनाव आयोग ज़िम्मेदार है। कोर्ट के आदेश के बाद भी आपने किसी भी राजनीतिक दल पर कोई कार्यवाही नहीं की। आप सबों के ऊपर हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए”
अदालत में सुनवाई के दौरान केंद्रीय चुनाव आयोग ने तर्क दिया कि उसने कोरोना प्रोटोकॉल जारी किया था और मतदान के दिन उसे सख्ती से लागू किया था। इस पर बिफर कर जज ने पूछा कि चुनाव प्रचार के समय क्या चुनाव आयोग दूसरे ग्रह पर था।
चुनाव आयोग की ये टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब देश में कोरोना पूरी तरह फैल चुकी है और अब भी बंगाल में चुनाव जारी है। आज पश्चिम बंगाल में चुनाव का सातवां चरण जारी है और एक और चरण का चुनाव होना है।
आपको बता दें कि इन चुनावों में जमकर कारोना नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। जिस दिन देश में 3 लाख से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए उस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे और कह रहे थे “मैंने इतनी भीड़ पहले कभी नहीं देखी”।