उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के खानपुर गांव में पुलिस कार्रवाई को लेकर गंभीर आरोप सामने आए हैं। परिवार का कहना है कि पुलिस ने घर में घुसकर 33 वर्षीय अल्लाह मेहर कुरैशी उर्फ माजिद को गोहत्या के आरोप में जबरन उठाया, महिलाओं के साथ बदसलूकी की और “हाफ एनकाउंटर” करने की धमकी दी।
कुरैशी डेयरी और भैंस के दूध उत्पादन के व्यवसाय से जुड़े हैं। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने शुक्रवार को घर में तोड़फोड़ की, सीसीटीवी का डीवीआर जब्त कर लिया और गिरफ्तारी के दौरान महिला सदस्यों के कपड़े तक फाड़ दिए।
बहन अजमीन ने बताया कि पुलिस बिना कारण बताए माजिद को घसीटकर ले गई और धमकी दी कि उसे आधा मुठभेड़ का शिकार बनाया जाएगा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने पड़ोसियों के विरोध करने पर पथराव किया और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया। एक पड़ोसी रुकसाना ने बताया कि पुलिस घर में घुसते ही गाली-गलौज और मारपीट करने लगी।
परिवार का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, पुलिस कई बार माजिद को निशाना बना चुकी है। वहीं, पुलिस का कहना है कि कुरैशी गोहत्या के मामले में फरार था और सबूत के तौर पर घर से सीसीटीवी डीवीआर जब्त किया गया है।
मानवाधिकार संगठनों ने “हाफ एनकाउंटर” जैसी प्रथाओं को हिरासत में यातना और कानून के दायरे से बाहर बताया है। कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि पुलिस को गिरफ्तारी में उचित प्रक्रिया और पारदर्शिता का पालन करना चाहिए।
कुरैशी के परिवार ने वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है और कहा है कि उन्हें मुठभेड़ में मार डालने की धमकी दी गई है।