मुस्लिम स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (MSO) ने आज राष्ट्रपति महोदया और प्रधानमंत्री महोदय को स्मरण पत्र भेजकर आगामी 5 सितंबर, दिन-शुक्रवार को मनाए जाने वाले ईद-ए-मिलादुन्नबी के अवसर पर पूरे देश में शराबबंदी लागू करने की मांग की है।
MSO ने अपने ज्ञापन में कहा है कि ईद-ए-मिलादुन्नबी इस्लाम के अंतिम पैग़म्बर हज़रत मोहम्मद ﷺ का जन्म दिवस है, जिसे श्रद्धा, आस्था और भाईचारे के साथ मनाया जाता है।
यह अवसर शांति, नैतिकता और मानवता के संदेश को आगे बढ़ाने का है। ऐसे पवित्र दिन पर शराब जैसी वस्तु, जो नशे और बुराइयों का प्रतीक है, का खुलेआम व्यापार समाज के धार्मिक और नैतिक मूल्यों के विपरीत है और यह करोड़ों नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुँचाता है।
संगठन ने स्मरण पत्र में कहा कि आज नशा देश के लिए एक बड़ी सामाजिक समस्या बन चुका है। शराब के कारण घरेलू हिंसा, सड़क दुर्घटनाएँ, अपराध और स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएँ लगातार बढ़ रही हैं।
ऐसे में ईद-ए-मिलादुन्नबी जैसे पवित्र अवसर पर शराबबंदी लागू करना न केवल धार्मिक भावनाओं का सम्मान होगा बल्कि यह नशा-मुक्त भारत की दिशा में सरकार का सकारात्मक कदम भी साबित होगा।
MSO ने अपनी मांगों में निम्नलिखित बिंदु शामिल किए हैं:
1.ईद-ए-मिलादुन्नबी के दिन देशभर में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए।
2.सभी राज्यों को ‘ड्राई डे’ घोषित करने का निर्देश दिया जाए।
3.शराब की दुकानों, बार और होटलों को इस दिन पूर्णतः बंद रखा जाए।
4.सरकार इस अवसर पर नशा-मुक्त भारत का संदेश प्रसारित करने के लिए विशेष अभियान चलाए।
5.युवा पीढ़ी को जागरूक करने हेतु मीडिया और शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से कार्यक्रम आयोजित किए जाएँ।
MSO ने आशा व्यक्त की है कि सरकार इस मांग पर गंभीरता से विचार करेगी और ईद-ए-मिलादुन्नबी के अवसर पर शराबबंदी लागू कर देशवासियों को एक सकारात्मक संदेश देगी।