हिंदुस्तान में नफ़रत फैलाना अब बहुत आसान हो चुका हैं. सोशल मीडिया पर कोई भी फर्जी एकाउंट बना कर दूसरे धर्मों के प्रीति नफ़रत फैला सकता हैं।
बुल्ली बाई के खुलासे के बाद मुंबई पुलिस ने एक और बहुत बड़ा खुलासा किया हैं. जिसके तहत मुंबई पुलिस ने दावा किया हैं कि सोशल मीडिया पर फर्जी एकाउंट बना कर सिख और मुस्लिम समुदाय के बीच में भी नफ़रत पैदा की जाती हैं।
मुंबई पुलिस ने मुस्लिम और सिखों के बीच में नफ़रत फैलाने वाले सोशल मीडिया एकाउंट के ट्विटर हैंडल सार्वजनिक किए हैं जिनमें से @Sage0x11, @hmmaachaniceoki, @jatkhalsa, @jatkhalsa7, @Sikh_Khalsa11, @wannabesigmaf, आदि मुख्य हैं।
मुंबई पुलिस के अनुसार, सभी ट्विटर हैंडल कथित तौर पर सिख समुदाय से जुड़े थे. @Bullibai पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, KSF खालसा सिख फोर्स ने बुल्ली बाई का ऐप बनाया था. तथा एक खालसा वर्चस्ववादी बुल्ली बाई ऐप का ‘फोलोवर’ भी था।
हालाकि इस मामले में अभी तक किसी भी सिख समुदाय से संबंधित व्यक्ति या संस्था का हाथ नहीं देखा गया हैं. जिससे साफ पता चलता हैं कि तथाकथित हिंदुत्ववादी संगठन के लोग मुस्लिम और सिखों के बीच नफ़रत फैलाना चाहते हैं।
इस मामले में जितनी भी गिरफ़्तारी हुई हैं उनके नाम विशाल झा, नीरज बिश्नोई, तथा स्वेता सिंह हैं जिनका सिख समुदाय से दूर दूर तक नाता नहीं हैं।