देशभर में लोकसभा चुनाव को लेकर धुआधाड़ प्रचार चल रहा है, इसी बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी हैं, जहां प्रधानमंत्री जमकर विपक्ष पर निशाना साध रहें है तो विपक्ष भी करारा जवाब दे रहा हैं।
नेताओं के भाषण काफ़ी चर्चा का विषय बने हुए है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा प्रियंका गांधी के भाषण की हो रहीं हैं, उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए अपने पिता राजीव गांधी को याद किया हैं।
पिता राजीव गांधी को याद करके भावुक हुईं प्रियंका गांधी ने कहा, मेरे पिता को विरासत में धन-दौलत नहीं, शहादत मिली, इसी बीच जनता ने भी “राजीव गांधी अमर रहें” के नारे लगाएं।
प्रियंका ने कहा, जब अपने पिता के टुकड़े लेकर आई तो इस देश से नाराज थी, मैंने अपने पिता को हिफाजत से तुम्हारे पास भेजा और तुमने टुकड़े में लौटाया। लेकिन धीरे-धीरे शहादत का मतलब समझ में आया।
मैं जानती हूं शहादत का क्या मतलब है। जब मंच पर खड़े होकर मेरे पिता पर आरोप लगाते हैं कि मेरे पिता ने कोई कानून बदल दिया उनसे विरासत लेने के लिए। मेरे पिता को विरासत में धन-दौलत नहीं, शहादत की भावना मिली। यह भावना आप समझ सकते हैं क्योंकि आपने अपने बेटे सरहद पर भेजें हैं। मोदी जी इस भावना को नहीं समझ सकते।
वे हमें देशद्रोही कहें, घर से निकाल दें, संसद से निकाल दें, कुछ भी कर लें, लेकिन ये भावना हमारे दिल से कोई नहीं निकाल सकता।