पंजाब के हिंदुओं और सिखों ने आपसी भाईचारे की मिशाल पेश करते हुए मस्जिद बनाने के लिए मुसलमानो की मदद की।
मोगा ज़िले के भलूर गांव में मुसलमानो को इबादत करने के लिए मस्जिद की ज़रूरत थीं. जिसके लिए सिखों और हिंदुओं ने आगे बढ़कर मुसलमानो की मदद की।
भलूर गांव में कुल 9 धार्मिक स्थल हैं जिनमें से 7 गुरुद्वारे तथा 2 मंदिर हैं. अब दसवें धार्मिक स्थल के रूप में मस्जिद का निर्माण हो रहा हैं।
इस गांव में सिर्फ़ 8 मुस्लिम परिवार रहते हैं. जिनको इबादत करने के लिए मस्जिद की ज़रूरत थीं. इसको देखते हुए गांव के गैर मुस्लिमों ने मस्जिद बनाने के लिए मुसलमानो की खुलकर मदद की. तथा आपसी भाईचारे की मिशाल पेश की।
मस्जिद की नींव रखने के लिए आयोजित कार्यक्रम में गांव के सिख और हिंदुओं ने पहुंच एकजुटता दिखाई. तथा बारिश होने की वजह से नींव रखने का कार्यक्रम भी गुरुद्वारे के हॉल में आयोजित हुआ।
गांव वालो का कहना हैं कि 1947 से पहले यहां एक मस्जिद होती थीं. लेकिन आज़ादी के बाद यहां के सभी मुस्लिम चले गए. जिसके कारण मस्जिद का अस्तित्व खत्म हो गया. अब नई मस्जिद का निर्माण पुरानी मस्जिद की जगह पर ही हो रहा हैं।
मस्जिद निर्माण के लिए गांव के लोगों ने 2 लाख रूपए की आर्थिक मदद भी दी हैं. तथा आगे भी सहयोग ज़ारी रखने का वादा किया हैं।
इस मौके पर कारी लुकमान, मास्टर इकबाल, बाबू पहलवान, रियासतदानी मालेरकोटला, गांव के सरपंच पाला सिंह, पंच कुलबीर सिंह, बलदेव सिंह, रणजीत सिंह, प्रधान गुरनाम सिंह, फिरोज खान अली, सुरेश भट्टी, सुखमिन्द्र सिंह बराड़, दीन मुहम्मद बिट्टू, सिराज अली उपस्थित रहें।