पंजाब की देश भगत यूनिवर्सिटी (डीबीयू) में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों पर हुई पुलिसिया बर्बरता की पूरे देश में आलोचना हो रहीं हैं, तमाम छात्र संगठनों से लेकर सोशल एक्टिविस्ट इस घटना की निंदा कर रहें हैं।
डीबीयू के छात्र अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहें थे, इसी बीच 14 सितंबर की सुबह लगभग 9 बजे विश्वविद्यालय के अधिकारियों और पुलिस ने विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले कई कश्मीरी छात्रों को हिरासत में ले लिया था।
हालांकि पुलिस ने इस बात से इंकार किया हैं, एक छात्रा का आरोप हैं कि, पुलीस द्वारा कुछ लोगों पर लाठीचार्ज भी किया गया, कुछ को घबराहट के दौरे पड़े जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
छात्राओं ने कहा, हम मुसलमान है. हमारे हिजाबों को जबरन हमारे सिर से खींचा गया और उनमें से कुछ को फाड़ा भी गया था।
जानकारी के मुताबिक़, विश्वविद्यालय ने लगभग 70 कश्मीरी छात्रों का (जो विभिन्न पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर रहे थे) सरदार लाल सिंह कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया, जबकि डीबीयू पंजाब से संबद्ध होने के बावजूद इस संस्थान को भारतीय नर्सिंग काउंसिल से मान्यता नहीं है. इसी मामले को लेकर छात्र धरना दे रहें थे।
फिलहाल डीबीयू अधिकारियों ने अगली सूचना तक विश्वविद्यालय को बंद करने की घोषणा की हैं तथा इस मामले को पुलिस और प्रशासन को सौंप दिया गया है।