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मॉब लिंचिंग से जुड़ी ख़बर शेयर करने के आरोप में शामली पुलिस ने पत्रकार वसीम अकरम त्यागी, ज़ाकिर अली त्यागी समेत 5 लोगों के खिलाफ़ दर्ज़ की FIR

उत्तर प्रदेश में अब मॉब लिंचिंग पीड़ितों के पक्ष में आवाज़ उठाना एवं मॉब लिंचिंग से जुड़ी ख़बर शेयर करना भी अपराध हो गया है, शामली पुलिस ने फिरोज़ कुरैशी के मामले को उठाने पर मुस्लिम पत्रकार एवं एक्टिविस्ट के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज़ की है।

शामली पुलिस ने पत्रकार वसीम अकरम त्यागी और ज़ाकिर अली त्यागी समेत कुल 5 लोगों के खिलाफ सांप्रदायिक द्वेष फैलाने का आरोप लगाकर कई धाराओं में एफआईआर दर्ज़ की है।

आपको बता दें कि, शामली के जलालाबाद में फिरोज कुरैशी पर पिंकी, पंकज, राजेंद्र और अन्य लोगों ने कथित तौर पर बेरहमी से हमला किया था. जिसके बाद बेहोशी की हालत में फिरोज़ को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।

इस मामले में आरोपियों के ख़िलाफ़ धारा 105 (गैर इरादतन हत्या के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

हालांकि पुलिस का कहना है कि, फिरोज कुरैशी नशे की हालत में एक घर में घुसा था जहाँ दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई. फिरोज के परिवार वाले उसे घर ले गए, जहाँ उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने परिवार की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई गंभीर चोट या मॉब लिंचिंग के निशान नहीं पाए गए।

हालांकि अब पुलिस ने इस घटना को सोशल मीडिया (एक्स) पर शेयर करने के आरोप में पत्रकार वसीम अकरम त्यागी, ज़ाकिर अली त्यागी, एक्टिविस्ट आसिफ राणा, सैफ इलाहाबादी और अहमद रज़ा खान के खिलाफ़ भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव बनाए रखने के लिए हानिकारक कार्य करना) और धारा 353 (सार्वजनिक शरारत के लिए बयान देना) के तहत एफआईआर दर्ज़ की है।

इस मामले पर पत्रकार वसीम अकरम त्यागी का कहना है कि, शामली में पिंकी, पंकज, राजेन्द्र द्वारा बेरहमी से पीटे गए फिरोज़ क़ुरैशी की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई थी. इस मामले में मैंने X पर तीन पोस्ट की थीं। अब शामली पुलिस ने इस मामले में मेरे ख़िलाफ सांप्रदायिक द्वेष फैलाने जैसी धाराओं में FIR दर्ज कर ली है।

कानून के जानकार मेरे द्वारा पोस्ट को पढ़ें और देखें कि क्या मेरी पोस्ट के आधार पर मुझ पर FIR बनती है. डीजीपी साहब आपकी यूपी पुलिस अब पत्रकारों पर इसलिए FIR करेगी कि वो सवाल उठा रहे हैं? फिरोज़ की मौत को तीन दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं, और इस पर सवाल उठाने वालों पर FIR दर्ज कर दी गई।

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