कोरोना महामारी ने सरकारी अव्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से अधिक खतरनाक रूप में सामने आया है। इस बार ज़्यादा संख्या में लोग संक्रमित भी हो रहे हैं और ज़्यादा तादाद में मर भी रहे हैं।
अव्यस्था का आलम ये है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की भारी कमी है। लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण तड़प तड़प कर मर रहे हैं। सरकार ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं।
ऐसे में लोग ट्विटर और फेसबुक के ज़रिए से एक दूसरे से मदद की गुहार लगा रहे हैं। लोग एक दूसरे की मदद भी कर रहे हैं। कई गैर सरकारी संस्थाओं ने ऑक्सीजन और दवाई के लिए फ़ोन नंबर भी जारी किया है। लोग उनसे संपर्क कर मदद की गुहार लगाते हैं।
आलम ये है कि हमेशा से सरकार की पैरोकारी करने वाले पत्रकार भी अब विपक्ष के नेताओं से मदद मांग रहे हैं। सरकार की बदइंतजामी का अंदाज़ा होते हुए भी इतने मजबूर हैं कि अब भी सरकार से सवाल करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
न्यूज़ 24 के सीनियर पत्रकार मानक गुप्ता ने मौजूदा स्थिति पर अफसोस जताते हुए ट्वीट किया है लेकिन सरकार से सवाल उठाने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे हैं।
उन्होंने लिखा है “सब थक चुके हैं. ट्विटर पर भी अब सब बेबस नज़र आ रहे हैं. बेड दिलवाने में कोई किसी की मदद नहीं कर पा रहा है…मदद तो तब होगी जब अस्पतालों में जगह बची होगी. हे भगवान, इंसान का ये कैसा इम्तिहान? कुछ तो कृपा करो 🙏”
सब थक चुके हैं. ट्विटर पर भी अब सब बेबस नज़र आ रहे हैं. बेड दिलवाने में कोई किसी की मदद नहीं कर पा रहा है…मदद तो तब होगी जब अस्पतालों में जगह बची होगी. हे भगवान, इंसान का ये कैसा इम्तिहान? कुछ तो कृपा करो 🙏
— Manak Gupta (@manakgupta) April 28, 2021
उनके इस ट्वीट के जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ‘ डॉक्टर रागिनी नायक’ ने लिखा है “ये सवाल भगवान से नहीं , मोदी और केजरीवाल से पूछना चाहिए !”
ये सवाल भगवान से नहीं , मोदी और केजरीवाल से पूछना चाहिए ! https://t.co/3xlPyuCn6p
— Dr. Ragini Nayak (@NayakRagini) April 28, 2021
कोरोना की पहली लहर के बाद कई संस्थाओं ने भारत को चेतावनी दी थी कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर आएगी जो पहले से कई गुना अधिक खतरनाक होगी।
समय रहते अगर सरकार ने तैयारी कर ली होती तो आज ये नौबत नहीं आती। देश की मीडिया जो कि गोदी मीडिया के नाम से जानी जाती है उसने भी सरकार से सवाल करने के बजाए दिन रात मोदी के गुणगान में लगी रही।