किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। पेट्रोल और डीजल के दामों से परेशान किसानों के लिए एक और मुसीबत आन खड़ी हुई है। पेट्रोल डीजल के बाद अब खाद के दामों में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।
अक्टूबर 2019 को DAP के 50 किलो वाली जिस बोरी की कीमत 1200 रुपये थी अब उसके लिए किसानों को 1900 रूपए खर्च करने होंगे। इतना ही नहीं NPK1 (10:26:26) की भी कीमत में भारी वृद्धि हुई है। 2019 के अक्टूबर महीने में 50 किलो की कीमत 1175 रुपए थी अब उसकी कीमत बढ़कर 1775 हो गई है।
इंडियन फार्मर्स फ़र्टिलाइज़र कोऑपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) ने एक नोटिस जारी कर इन बढ़ी हुई कीमतों की जानकारी दी है। हालांकि नोटिस में ये भी लिख दिया गया है कि पुराने DAP और NPK को पुराने दर पर ही बेचा जाएगा।
खादों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी पर कांग्रेस के राज्य सभा सांसद दीपेंद्र सिंह हूडा जी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि
“1200 रु में मिलने वाली DAP खाद की बोरी की कीमत बढ़ा कर अब 1900 रु कर दी गयी है।
किसानों को भी क्या पता था की किसान सम्मान निधि से भी कई गुना पैसा उनसे ही वसूला जाएगा।
कृषि लागत बढ़ रही है,समर्थन मूल्य मिल नहीं रहा,पर सरकारी ‘गुलाबी फाईलों’ में ‘आय दुगनी’ हो रही है।आँखे खोलिए!”
1200 रु में मिलने वाली DAP खाद की बोरी की कीमत बढ़ा कर अब 1900 रु कर दी गयी है।
किसानों को भी क्या पता था की किसान सम्मान निधि से भी कई गुना पैसा उनसे ही वसूला जाएगा।
कृषि लागत बढ़ रही है,समर्थन मूल्य मिल नहीं रहा,पर सरकारी ‘गुलाबी फाईलों’ में ‘आय दुगनी’ हो रही है।
आँखे खोलिए! pic.twitter.com/CfvqBUXHhe
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) April 8, 2021
हालांकि बढ़ती हुई कीमतों पर IFFCO के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO “डॉक्टर यु एस अवस्थी” ने ट्वीट कर जवाब देते हुए लिखा है कि इफको 11.26 लाख टन कॉम्प्लेक्स उर्वरकों की बिक्री पुरानी दरों पर ही करेगी।बाजार में उर्वरकों की नई दरें किसानों को बिक्री के लिए नहीं हैं।
इफको 11.26 लाख टन कॉम्प्लेक्स उर्वरकों की बिक्री पुरानी दरों पर ही करेगी।बाजार में उर्वरकों की नई दरें किसानों को बिक्री के लिए नहीं हैं।#DAP ₨1200/-, #NPK 10:26:26 ₨ 1175/-, #NPK 12:32:16 ₨ 1185/- और #NPS 20:20:0:13 ₨ 925/- ।@PMOIndia @DVSadanandGowda @mansukhmandviya
— Dr. U S Awasthi (@drusawasthi) April 8, 2021
डॉक्टर यु एस अवस्थी ने कीमतों में हो रही वृद्धि के लिए सरकार को ज़िम्मेदार ठहराने वाले ट्वीट्स पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने लिखा है कि इन उर्वरकों का मूल्य नियंत्रण मुक्त है इसलिए किसी राजनीतिक दल या सरकार का इससे कोई संबंध नहीं है।