उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार करके वापस लौट रहें ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर हुए कायराना हमले के बाद से सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक ख़ामोशी हैं।
असदुद्दीन ओवैसी सिर्फ़ हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के नेता हैं. यह वही ओवैसी हैं जिन्होंने पाकिस्तान में जाकर वहा के नेताओं को करारा जवाब दिया था।
यह वहीं ओवैसी हैं जो अपने राजनीतिक विरोधी को अपना दुश्मन नहीं बल्कि सिर्फ अपना प्रतिद्वंदी समझते हैं और आज जब ऐसे व्यक्ति पर जानलेवा हमला होता हैं तो तथाकथित सेक्युलर पार्टी के नेता समेत सत्ता पक्ष के मुंह में दही जम जाती हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो एक क्रिकेटर के अंगूठे में चोट लगने का भी ट्विट करते हैं वह असदुद्दीन ओवैसी पर इतने बड़े हमले पर चुप रहते हैं. बल्कि अपने नेताओं को जन्मदिन की बधाई देना नहीं भूलते।
Birthday wishes to Sikkim’s CM Shri @PSTamangGolay Ji. May he be blessed with a long life and best health.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 5, 2022
राहुल गांधी गोवा चुनाव की विडीयो तो जमकर शेयर करते हैं लेकिन जिस संसद में खड़े होकर वह भाषण देते हैं उसी संसद सदस्य पर हुए हमले पर चुप रहते हैं।
#Goa, हम आपके साथ हैं, आपके बीच हैं! https://t.co/Y0QpJyxBx6
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 4, 2022
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अपने चुनावी शेड्यूल को तो ट्विट कर सकती हैं लेकिन ओवैसी पर हुए हमले की निंदा नहीं करतीं हैं।
03-02-2022-BSP PRESSNOTE pic.twitter.com/JfU41n7DmY
— Mayawati (@Mayawati) February 3, 2022
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भाई चारे की बात तो करते हैं लेकिन जब असदुद्दीन ओवैसी के साथ भाई चारा निभाने की बात आती हैं तो ख़ामोश हो जाते हैं।
ये भाईचारा बनाम भाजपा का चुनाव है। pic.twitter.com/lX9gaUPcLd
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 2, 2022
इसके साथ साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, जयंत चौधरी समेत तमाम बड़े नेता भी इस हमले पर ख़ामोश रहते हैं।
सोशल एक्टिविस्ट जफर सैफी ने तथाकथित सेक्युलर नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि “अगर असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले की निंदा की तो हिंदू वोट कट जायेंगे।”