मध्यप्रदेश के खंडवा में कुछ संविधान विरोधी बैनर टंगे देखने को मिले हैं। सोशल मीडिया में फ़ोटो और वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मच गया है। कई लोगों ने इसके खिलाफ आपत्ति दर्ज की है।
सड़क के बीचोबीच भगवा रंग के बैनर में साफ साफ लिखा है कि “न भावनाओं से न संविधान से, देश चलेगा तो सिर्फ गीता पुराण से”। सड़क के बीचोंबीच इस तरह के संविधान विरोधी पोस्टर और बैनर लगाना दुर्भाग्यपूर्ण तो है ही साथ में देश की कानून व्यवस्था के लिए भी चिंता का विषय है। इस तरह से खुले आम संविधान का विरोध करना देशद्रोह की श्रेणी में भी आ सकता है।
ट्विटर पर भी कई लोगों ने इसपर घोर विरोध किया है। आज़ाद समाज पार्टी प्रमुख एवं दलित नेता चंद्रशेखर आज़ाद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि
“संविधान का अपमान देश का अपमान है। मध्यप्रदेश के खंडवा में सड़कों पर सरेआम संविधान विरोधी पोस्टर लगाए गए हैं। ये देशद्रोह है। इसमें संलिप्त सभी देशद्रोहियों पर तत्काल कार्यवाही की जाए।”
एक अन्य यूजर ‘सविता गौतम’ ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि
“भाजपा किसी भी तरह से संविधान को कमजोर कर देश में मनुवाद कोई स्थापित कर मनुस्मृति से शासन सत्ता चलाना चाहती है परंतु ये विभाजन कार्य सरकार सुन ले कि यदि अपने इन चमचों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती है तो हम लोग संविधान की ताकत के बलबूते यह सब करवाना जानते हैं।”
खबर लिखे जाने तक पुलिस द्वारा किसी कार्यवाही की कोई सूचना हमारे पास नहीं है। देखते हैं कि पुलिस इस मामले में क्या कार्यवाही करती है?