अमेरिका में 200 से ज्यादा दलित समाज के लोगों के उत्पीड़न का मामला सामने आया है जिनको अवैध रूप से भारत से अमेरिका ले जाया गया था।
बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण (बीएपीएस) नामक संस्था द्वारा भारत से 200 से अधिक दलित मजदूरों को मंदिर निर्माण के लिए अमेरिका लाया गया था जहाँ पर इनसे कम वेतन पर ज्यादा मज़दूरी कराई जाती थी तथा छुट्टियाँ भी नही दी जाती थी।
स्वामीनारायण संस्था पर आरोप है कि उसने 200 से भी ज्यादा दलित मजदूरों से जबरन भारत में ही रोजगार समझौतों पर हस्ताक्षर करवा लिए थे। जिनमे से ज्यादातर अशिक्षित थे उन्हें अमेरिकी में R-1 वीजे पर लाया गया था जो धार्मिक कार्यों से जुड़े लोगों के लिए होता है।
स्वामीनारायण संस्था द्वारा श्रमिकों के अमेरिका पहुंचने पर उनके पासपोर्ट छीन लिए तथा जबरन दिन-रात मंदिर में काम करने के लिए मजबूर किया।
फिलहाल अमेरीकी एजेंसी एफबीआई ने इस मामले जांच कर दी है इस केस से जुड़े वकील ने बताया है कि मुकदमे में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण (बीएपीएस) संस्था के हिंदू नेताओं पर मानव तस्करी एवं अमेरिकी कानून तोड़ने जैसे आरोप में केस दर्ज किया गया है।
हिन्दू संस्था द्वारा इन दलित मजदूरों को मंदिर में कैद करके रखा जाता था तथा सीसीटीवी कैमरों के द्वारा इन पर नज़र रखी जाती थी इनको किसी से भी मिलने-जुलने तथा बात करने तक की इजाज़त नही थी। संस्था द्वारा इन लोगों को सुबह 6:30 बजे ही काम पर लगा दिया जाता था। तथा रात तक काम करवाया जाता था।