महाराष्ट्र में इन दिनों मुस्लिम विरोधी घटनाएं बढ़ती ही जा रहीं हैं कहीं खुलेआम मुस्लिमों के खिलाफ़ हेट स्पीच दी जाती हैं तो कहीं मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा हैं।
बीती 2 जून को धुलिया के नेरगांव का माहौल बिगाड़ने की नियत से कुछ शरारती तत्वों ने मस्जिद की बेहुरमती की ताकि मुसलमानों की धार्मिक भावनाएं आहत हो जाएं।
इस घटना के बाद से इलाक़े में तनाव पैदा हो गया, जिसको देखते हुए गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. इस मामले पर पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए तुरंत गांव के ज़िम्मेदार मुस्लिमों से बात करके जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने का भरोसा दिलाया।
ज़िला एसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की गईं तो पुलिस को पता चला कि सभी आरोपी पुणे में छुपे हुए हैं जहां से पुलिस ने उनको गिरफ़्तार कर लिया।
इस मामले पर पूर्व आइपीएस अब्दुर रहमान का कहना है कि, धुलिया के नेरगाँव में मस्जिद की बेहुरमती के आरोप में पुलिस ने गणेश शिरसाठ, भिमराव कंवर, विकी कोली, रोहित जगदाले और एक नाबालिग को अरेस्ट किया है. पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि वे गाँव का माहौल खराब करना चाहते थे. राज्य में सभा करके जो नफ़रत फैलाई गई उसका यह नतीजा है।
अब्दुर रहमान ने आगे कहा, ये लोग एक तरह से मासूम हैं. नफ़रत के माहौल में प्रेरित होकर इन्होंने ये काम किया है. असल आरोपी तो नफ़रती भाषण देकर माहौल खराब करने वाले लोग हैं. दुसरा बिंदु यह हैं कि ये सभी हिन्दू OBC हैं. जो उच्च वर्गीय लोगों के जाल में फंसकर ये काम कर रहे हैं. केस का सामना तो इन्हें ही करना पड़ेगा।