राजस्थान में मुसलमानों की मॉब लिंचिंग के मामले थमने का नाम नहीं ले रहें हैं आए दिन कट्टरपंथी धार्मिक पहचान के आधार पर मुस्लिम युवकों को मौत के घाट उतार रहें हैं।
ताज़ा मामला अलवर जिले के बानसूर का हैं, जहां जंगल में लकड़ी काटने गए 3 मुस्लिम युवकों की कट्टरपंथियों की भीड़ ने बेरहमी से पिटाई कर दी जिसके कारण एक युवक की मौत हो गईं हैं।
थाने में दर्ज़ एफआईआर के मुताबिक तैय्यब खान ने बताया कि 17 अगस्त को मेरे बेटे वसीम ने ग्राम रामपुर से लकड़ी खरीदी थी जिनको भरने वह जंगल गया था. इसी बीच सूचना मिली की वन विभागा वाले आ रहे हैं. तो हम वापस घर लौटने लगे।
थोड़ी दूर चलने के बाद JCB ने हमारा रास्ता रोक लिया और हम लोगों को जबरन गाड़ी से बाहर निकालकर मारना शुरू कर दिया. इनके पास धारदार हथियार भी थे जिसको इन्होंने वसीम की छाती में घुसा दिया और उसकी मौत हो गई।
आरोप है कि पिटाई करने वालों में वन विभाग के लोग भी शामिल थे, तथा हमलावरों ने हमला करते समय ‘मुल्लो को काटो’ जैसे नफरती नारे भी लगाए थे।
पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 147, 148, 149, 323, 341, 302 के तहत एफआईआर दर्ज़ करके 10 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी ले लिया है।
इस मामले पर वॉलंटियर्स अगेंस्ट हेट के राष्ट्रीय कन्वेनर डॉक्टर मेराज हुसैन का कहना हैं कि, इस घटना के लिए सीधे सीधे राजस्थान पुलिस ज़िम्मेदार है, क्योंकि पिछली हेट क्राइम की घटनाओं पर ढीला रवैया ही अपराधियों के हौसले को बढ़ाने का काम कर रहा है।