जमीअत उलमा ए हिन्द की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मौलाना महमूद मदनी को सर्वसम्मति से जमीअत का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया।
जमीअत उलमा ए हिन्द के पूर्व अध्यक्ष मौलाना कारी सैयद उस्मान मंसूरपूरी के इंतकाल के बाद से अध्यक्ष का पद खाली था जिसके लिए जुम्मेरात को दिल्ली में जमीअत की बैठक बुलाई गई थी।
जमीअत उलमा ए हिन्द की बैठक दिल्ली स्थित मुख्यालय पर हुई जिसमें कई सदस्य ऑनलाइन भी जुड़े तथा सभी ने सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए मौलाना महमूद मदनी को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया।
जमीअत उलमा ए हिन्द ने ट्वीटर के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए कहाँ है कि “हज़रत मौलाना महमूद मदनी साहब जमीअत उलमा-ए-हिंद के सदर मुनतखब।”
हज़रत मौलाना महमूद मदनी साहब जमीअत उलमा-ए-हिंद के सदर मुनतखब।
इजलास मजलिस अमला, जमियत उलमा ए हिंद— Jamiat Ulama-i-Hind (@JamiatUlama_in) May 27, 2021
जमीअत उलमा ए हिन्द ने अपनी बैठक में मौलाना महमूद मदनी को अध्यक्ष चुनने के साथ-साथ फिलिस्तीन में इस्राइली के कायराना हमले की निंदा की है तथा शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी।
Maulana #Mahmood Madani sb. elected interim #President of Jamiat Ulama-i-Hind. The Working Committee of JUH #condemned that attack on the worshipers in the courtyard of #AlAqsa Mosque by the #oppressive and #TerroristIsrael forces & pays homage to its departing President. pic.twitter.com/isEtLKovWY
— Jamiat Ulama-i-Hind (@JamiatUlama_in) May 27, 2021
जमीअत उलमा ए हिन्द के नए अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने दारूल उलूम देवबंद से शिक्षा प्राप्त की है। तथा 2006 में राष्ट्रीय लोकदल उम्मीदवार के रूप में सपा के समर्थन से वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य भी चुने गए थे।