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1707 में औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद शाहूजी महाराज श्रद्धांजलि देने उनकी क़ब्र पर गए और सातारा में उनकी बेटी के नाम पर मस्जिद भी बनवाई: अशोक कुमार पांडे

मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है, इसी बीच इतिहासकार अशोक कुमार पांडे ने कुछ ऐसे तथ्य पेश किए है जिसने सबकी आंखों को खोल दिया है।

अशोक कुमार पांडे ने अपने आधिकारिक एक्स एकाउंट पर लिखा कि, 1707 में औरंगज़ेब की मृत्यु हुई। शाहूजी महाराज आज़ाद हुए और उसके बाद औरंगज़ेब की क़ब्र पर गए।

शाहूजी महाराज संभाजी महाराज के सगे बेटे थे लेकिन आलमगीर की क़ब्र तोड़ने का ख्याल नहीं आया उन्हें, उल्टे क़ब्र पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सातारा में उनकी बेटी जीनत-उन-निसा के नाम पर बेगम मस्जिद बनवाई।

औरंगज़ेब के बाद मराठों का सितारा बुलंद हुआ और मुग़लों का सूरज डूबने लगा। एक वक़्त तो मराठे दिल्ली पर कंट्रोल करते थे, लेकिन मराठों को भी औरंगज़ेब की क़ब्र तुड़वाने की बात नहीं सूझी।

अब ये नए फ़िल्मी देशभक्त हुए हैं जिनके पुरखे डेढ़ सौ साल तक क़ब्र पर पत्थर लगवाने वाले अंग्रेज़ों की दलाली करते रहे और अब ये संभाजी महाराज का बदला लेने चले हैं।

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