राजधानी दिल्ली के अंबेडकर विश्वविद्यालय की छात्रा मंतशा के निलंबन को प्रशासन ने 2 सप्ताह के विरोध प्रदर्शन और 76 घंटे के अनिश्चितकालीन धरने के बाद वापस ले लिया है।
छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने इस फैसले को कैंपस राजनीति के लोकतांत्रिक और प्रगतिशील गति की ओर मुड़ने का एक ऐतिहासिक क्षण बताया है।
AISA कार्यकर्ता मंतशा इरफान अंबेडकर यूनिवर्सिटी में एमए ग्लोबल स्टडीज की अंतिम वर्ष की छात्रा है. आरोप है कि इन्होंने प्रशासन के खिलाफ टिप्पणी की थी जिसके कारण इनको निलंबित कर दिया गया था।
AISA द्वारा ज़ारी बयान के मुताबिक, 4 दिनों के अनिश्चितकालीन धरने के बाद प्रशासन को छात्रों की ताकत के आगे घुटने टेकने पड़े और आज दोपहर 2 बजे कॉमरेड मंतशा के निलंबन को रद्द करने का नोटिस जारी किया।
छात्रों का कहना है कि प्रो. कौस्तव को जारी किए गए नोटिस के खिलाफ लड़ाई का समाधान होना बाकी है। विश्वविद्यालय द्वारा केजी परिसर के मुख्य द्वार और विभिन्न प्रवेश बिंदुओं की बैरिकेडिंग और विरोध स्थलों और कक्षा अभियानों पर मनमाने प्रतिबंधों जैसे कठोर उपायों के खिलाफ लड़ाई का समाधान होना बाकी है। इस ऐतिहासिक जीत के दम पर उग्र छात्र आंदोलन आगे बढ़ता रहेगा!