हरिद्वार जिले के झबरेड़ा क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आलमपुर प्राथमिक विद्यालय के कक्षा एक में पढ़ने वाले सात वर्षीय मुस्लिम बच्चे को उसके स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक ने सिर्फ़ एक दिन अनुपस्थित रहने पर बेरहमी से पीटा।
आरोप है कि प्रिंसिपल रविंद्र ने बच्चे को ज़मीन पर पटककर उसके चेहरे पर जूता मारा, जबकि शिक्षक राकेश सैनी ने डंडे से इतनी बुरी तरह पीटा कि मासूम का हाथ टूट गया। बच्चे की पीठ और कमर पर चोटों के निशान साफ़ दिखाई दे रहे हैं।
शिकायत के अनुसार, पिटाई के बाद शिक्षकों ने बच्चे को धमकी दी — “जाओ, वरना हम तुम्हें मार देंगे।” डरा-सहमा बच्चा चोटिल हालत में स्कूल से भाग गया।
घटना से परिजनों और ग्रामीणों में गुस्सा है। परिजनों ने शिक्षकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई, उनकी नौकरी से बर्खास्तगी और मुकदमा चलाने की मांग की है।
इस मामले में हरिद्वार पुलिस से लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NCM) तक से हस्तक्षेप की मांग उठ रही है। वहीं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड सरकार से त्वरित कार्रवाई करने की अपील की है।
⚖️ कानून के अनुसार पीड़ित नाबालिग की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है।