हिन्दुस्तान में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जमकर कहर बरपाया था जिसके कारण लाखों लोगों की जानें चली गई थी।
कोरोना वायरस महामारी के कारण किसी ने अपने माता-पिता को खोया तो किसी ने अपने बहन-भाई को खोया जिसके कारण लाखों परिवारों के ऊपर आर्थिक संकट की भी पार पड़ रही है।
कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वालो के परिजनों को कोर्ट ने मुआवजा देने का आदेश दिया था लेकिन मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि वो कोरोना से मारे गए लोगों के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा नहीं दे सकते।
मोदी सरकार द्वारा कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने से मना करने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने जमकर हमला बोला।
प्रियंका गाँधी का कहना है कि मोदी सरकार अपने अरबपति मित्रों के खाते में 1.74 लाख करोड़ रुपये डाल सकती है लेकिन कोरोना के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों को मुआवजा नही दे सकती है।
प्रियंका गाँधी के अनुसार “जब कोरोना की दूसरी लहर देशवासियों पर कहर बरपा रही थी तब सरकार गायब थी। लाखों जानें सरकार की लापरवाही से चली गईं। लाखों लोगों को इलाज ही नहीं मिला। लाखों लोगों को उनके अंतिम संस्कार का सम्मान नहीं मिला और अब सरकार मृतकों के आश्रितों को मुआवजा भी नहीं दे रही है।
प्रियंका गाँधी के अनुसार 20,000 करोड़ रुपए आपदा के समय में सेंट्रल विस्टा और मोदी जी के महल पर खर्च किए जा रहे हैं। पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी से केवल 2020-21 में सरकार 3,89,662 करोड़ कमा चुकी है। लेकिन देशवासियों की मदद के नाम पर इनके पास पैसा नही है।