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राजस्थान विश्वविधालय के अंदर 7 मंदिर इसपर किसी कोई आपत्ति नहीं हैं, लेकिन पार्क में नमाज़ पढ़ने पर प्रशासन को आपत्ति हो गई: छात्र

राजस्थान विश्वविधालय में मुस्लिम छात्रों को नमाज़ पढ़ने से रोकना प्रशासन को भारी पड़ रहा हैं. क्योंकी अब छात्रों ने विश्वविधालय की जड़े खोदनी शुरू कर दी हैं।

राजस्थान विश्वविधालय और उसके आसपास मस्जिद न होने की वजह से जुम्मा (शुक्रवार) के दिन कुछ छात्र विश्वविधालय के पार्क में नमाज़ पढ़ रहें थे. जिसपर प्रशासन ने आपत्ति जताते हुए छात्रों को नमाज़ पढ़ने से रोक दिया।

इस पर मुस्लिम छात्रों ने विरोध जताया तथा नमाज़ से रोकने वाले अधिकारियों के खिलाफ़ कार्यवाही करने की मांग की।

इब्राहिम ने प्रशासन से बात करते हुए कहा कि राजस्थान विश्वविधालय के अंदर 7 मंदिर हैं अगर आपको पार्क में नमाज़ पढ़ने पर आपत्ति हैं तो नमाज़ के लिए अलग से जगह दिलवा दो।

इब्राहिम का कहना हैं कि आप अपने धर्म का पालन करते हो तो हमें कोई आपत्ति नहीं हैं हम नमाज़ पढ़े तो आपको आपत्ति क्यो होती हैं? हमारे नमाज़ पढ़ने से किसी का धर्म भ्रष्ट हो रहा हैं तो बताओ।

ताहिर अहमद खिलजी के अनुसार “राजस्थान कॉलेज के ग्राऊंड में दो साथी भाई नमाज अदा कर रहे थे. जिसके लिए उन्हें आर एन शर्मा के इशारों पर नमाज पढने से रोका गया. जिसके बाद प्रशासन से बात करी आर एन शर्मा तुरंत राजस्थान कॉलेज से फरार हो गये।

पत्रकार वसीम अकरम त्यागी का कहना है कि “महोदय अशोक गहलोत अगर यूनिवर्सिटी में 7 मंदिर है तो 5 मिनिट नमाज़ अदा करने में किसी का क्या चला गया? आप तो जन्माया है। खुद को गांधीवादी कहते है। कम से कम अपने प्रदेश में तो इस नफ़रत को रोकिए. राजस्थान पुलिस के निदेशक को तलब कीजिए और पूछिए कि यहां नफ़रतें सर क्यों उठा रही हैं?

इस मामले पर संज्ञान लेते हुए मुस्लिम परिषद संस्थान ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के उपप्राचार्य आर एन शर्मा पर मुस्लिम छात्र के साथ धार्मिक भेदभाव कर उन्माद फैलाने के आरोप में कार्यवाही की मांग की हैं।

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