सलाम साथियों, आज अभी khalid जी का कॉल आया था, अक्सर कॉल शाम में आता है, पर आज वो बहुत परेशान थे, अपने लिए और जेल के 1500 से ज्यादा कैदियों के लिए।
खालीद मंडोली में 12 नम्बर जेल में है. अभी वहा हालत बहुत खराब है, 20 से ज्यादा covid केस निकले है, उस के बावजूद वहा साफ सफाई का कोई खयाल नहीं रखा जा रहा।
खालीद के कमरे की टॉयलेट भरी है जिस की वजह से गंदगी फैली है,
जेल में गीजर लगे हुए है, पर उन को चालू नही कर रहे है, पिछली सर्दी में भी खालिद ऐसी कड़ाके की ठंड में ठंडे पानी से नहाएं थे और फिर बीमार हो गए थे और फिर इस बार दुबारा ऐसा हो रहा है।
कंप्लेंट करने पर उल्टा खालिद के साथ ही बत्तमीजी की जाती है, अगर अपने लिए दवाई लेने जाते है तो दवाइया फेंक कर दी जाती है, जैसे की जेल में रह रहे लोग इंसान नही जानवर है।
वहा कूलर, गीजर सब है पर उन को चालू करवा कर गरम पानी नहीं दिया जा रहा है, वहा कितने ही बुजुर्ग भी है जो सजा काट रहे है उन को बहुत तकलीफ होती है।
कुछ तो इंसानियत के नाते ही इतनी सर्दी में गरम पानी दे दो. मारना ही है तो एक बार में ही मुझे और बच्चो को और खालिद को मार दो, ऐसे क्यूं हमे तिनका तिनका करके मार रहे हो।
अगर मेरे शौहर को जेल में कुछ भी हुआ तो मैं, बच्चो को आप सभी के हवाले कर के सुसाइड कर लूंगी। मुझ से खालिद और उन सभी साथियों की तकलीफे देखी नही जा रही. अल्लाह आसानी का मामला करे।
(साभार: नर्गिश खालिद सैफी की फेसबुक वॉल से)