उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हो और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के मुंह से हिंदू – मुस्लिम का विभाजन करने की बात न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता।
विभाजन की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मुंह से मंदिर मस्जिद की बात कर दी।
योगी आदित्यनाथ ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “पहले गाजियाबाद में हज हाउस बनता था, हमारी सरकार ने कैलाश मानसरोवर का भवन बनाया।”
पहले गाजियाबाद में हज हाउस बनता था, हमारी सरकार ने कैलाश मानसरोवर का भवन बनाया। pic.twitter.com/3NEqUecnQI
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 23, 2022
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने कहा “योगी आदित्यनाथ इतनी बार तो आप राम का नाम नहीं लेते जितनी बार मुसलमान नाम की माला जपते है. उस ख़ुदा का शुक्र है कि उसने अपनी क़ौम को आपकी रोज़ी रोटी का ज़रिया बना रखा है. बिना मुसलमान का नाम लिए आपका एक भी दिन पूरा नहीं होता. सोचो मुसलमान कितनी बेहतरीन क़ौम है।”
योगी @myogiadityanath इतनी बार तो आप राम का नाम नहीं लेते जितनी बार मुसलमान नाम की माला जपते है।उस ख़ुदा का शुक्र है कि उसने अपनी क़ौम को आपकी रोज़ी रोटी का ज़रिया बना रखा है।बिना मुसलमान का नाम लिए आपका एक भी दिन पूरा नहीं होता।सोचो मुसलमान कितनी बेहतरीन क़ौम है। https://t.co/iSg0hYrvGk
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) January 23, 2022
वसीम अकरम त्यागी के बाद एक अन्य पत्रकार श्याम मीरा सिंह ने भी योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि “सिर्फ़ साम्प्रदायिक एजेंडा चलाया है आपने, एक काम नहीं किया. जनता इस चुनाव में मठ पहुँचाएगी वापस।”