म्यांमार में मुस्लिम विरोधी हिंसा फिर से शुरू हो चुकी है, इस बार सेना ने ड्रोन के ज़रिए रोहिंग्या मुसलमानों की भीड़ पर हमला किया है जिसमें लगभग 100 लोगों की मौत हो चुकी है।
हिंसा के चलते सुरक्षित स्थान की तलाश में म्यांमार से भाग रहे रोहिंग्या मुसलमानों पर अराकान आर्मी ने हमला किया था हालांकि इस समूह ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है, मिलिशिया और म्यांमार की सेना ने इस घटना को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगाए।
द प्रिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में कीचड़ से भरे मैदान में शवों के ढेर दिखाई दे रहे थे, उनके सूटकेस और बैग बिखरे पड़े थे। तीन जीवित बचे लोगों ने बताया कि 200 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं, जबकि घटना के बाद के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने कम से कम 70 शव देखे हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद इलियास ने रॉयटर्स को बताया कि हमले में उनकी गर्भवती पत्नी और 2 वर्षीय बेटी घायल हो गईं और बाद में उनकी मौत हो गई।
आपको बता दें कि, बौद्ध बहुल म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों को लंबे समय से सताया जा रहा है। 2017 में हुई हिंसा के बाद से लगभग 730,000 से ज़्यादा लोग देश छोड़कर भाग गए है, इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि यह कार्रवाई नरसंहार के इरादे से की गई थी।