असम की भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार द्वारा बाल विवाह के आरोप में की जा रहीं गिरफ्तारियों को लेकर हाईकोर्ट ने सख़्त रुख अपना लिया हैं।
गुवाहाटी हाईकोर्ट ने बीजेपी सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि, सभी आरोपियों को जल्द से जल्द रिहा किया जाएं. इस तरह के मामलों में गिरफ्तारियों से लोगों के निजी जीवन तबाह हो सकते है।
जज ने कहा, ये नारकोटिक्स ड्रग्स या संपत्ति की चोरी से जुड़ा हुआ मामला नहीं है. इन मामलों में गिरफ्तारियों से लोगों के निजी जीवन बर्बाद हो सकते है. इन मामलों में पूरा परिवार जुड़ा होता हैं. गिरफ्तारी अच्छा विचार नहीं है, यह वास्तव में बुरा विचार है।
जस्टिस सुमन श्याम ने सभी आरोपियों को तत्काल रिहा करने का आदेश देते हुए कहा है कि, अगर आपको कोई दोषी मिलता है तो उसके खिलाफ चार्जशीट दायर करें. उस पर मुकदमा चलाएं और अगर अदालत उन्हें दोषी ठहराएगी तो वे दोषी हैं।
आपको बता दे कि, असम में बाल विवाह के मामलों में अब तक 4225 एफआईआर दर्ज हुए हैं तथा 3031 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।