असम में पुलिसकर्मियों द्वारा मुस्लिम बिजनेसमैन से जबरन वसूली करने का मामला सामने आया हैं, पुलिसकर्मियों पर पीड़ित ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
पीड़ित रबीउल इस्लाम का आरोप हैं कि, पुलिस ने उसे गलत तरीके से हिरासत में लेकर ढाई करोड़ रुपये देने की मांग की थीं एवं पैसे नहीं देने पर एनकाउंटर में मारने की धमकी दी थीं।
पुलिसकर्मियों पर आरोप हैं कि, उन्होंने कहा था अगर पैसे नहीं दिए तो यह बताया जाएगा कि तुम्हारे पाकिस्तानी और बांग्लादेशी जिहादियों के साथ संबंध थे।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, मुस्लिम बिजनेसमैन ने अपनी शिकायत में बताया कि, 16 जुलाई को कुछ पुलिस वाले देर रात 1:30 बजे जबरन मेरे घर में घुसे और मुझसे ड्रग्स और पैसों के बारे में पूछताछ करने लगे।
मुझे इस बारे में कुछ भी नहीं पता था. लेकिन वह लोग मेरे साथ मार पिटाई करते रहें और बिना वॉरंट के मेरे घर की तलाशी ली गई।
असम के DGP जी. पी. सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में शिकायत सही पाई गई. जिसके बाद इस मामले की FIR दर्ज़ की गई तथा बड़ी कार्यवाही करते हुए 4 सितंबर को असम पुलिस ने बजाली के SP रहे सिद्धार्थ बुरागोहन को गिरफ्तार कर लिया।
इसके अलावा DSP पुष्कल गोगोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) गायत्री सोनोवाल, उनके पति सुभाष चंदर, SI देबजीत गिरी और कॉन्स्टेबल इंजमामुल हसन कुल 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया।