अयोध्या में राम मंदिर ज़मीन घोटाले में एक नया खुलासा हुआ है। इस बार घोटाले में भाजपा के नेता का नाम आया है। जिसमें राम मंदिर ट्रस्ट की भी मिलीभगत की बात सामने आ रही है।
अयोध्या के मेयर और भाजपा के नेता ऋषिकेश उपाध्याय के भतीजे का नाम सामने आया है। अंग्रेजी न्यूज़ पोर्टल न्यूज़ लांड्री के अनुसार ज़मीन खरीदने के सिर्फ तीन महीने बाद भाजपा मेयर के भतीजे ने 20 लाख में खरीदी ज़मीन को राम मंदिर ट्रस्ट को 2.5 करोड़ रुपये में बेची।
भाजपा मेयर का भतीजा दीप नारायण उपाध्याय ने तीन महीने पहले 20 फरवरी को 890 स्क्वायर फ़ीट की ज़मीन महंत देवेंद्र प्रसदाचार्य से 20 लाख में खरीदी थी।
खाता नम्बर 135 की ये ज़मीन राम मंदिर परिसर में मौजूद है और बहुत जल्द वहाँ राम मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।
हैरत की बात ये है कि स्थानीय प्रशासन ने इस जमीन की कीमत 35 लाख तय की है। यानी मात्र 35 लाख रुपये में इस जमीन को खरीदा जा सकता था। तो ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब 35 लाख में इस ज़मीन को खरीदा जा सकता था तो आखिर इसके लिए ट्रस्ट ने 2.5 करोड़ रुपये क्यों दिये? क्या ट्रस्ट की मिलीभगत से घोटाला हुआ है?
तीन महीने पहले भाजपा नेता का भतीजा नारायण ने ये ज़मीन 2247 रुपये स्क्वायर मीटर की दर से महंत से खरीदी थी और फिर तीन महीने बाद उसी ज़मीन को 28000 स्क्वायर मीटर की दर से ट्रस्ट को बेची। जबकि प्रशासन ने 4000 स्क्वायर मीटर का सर्किल रेट तय किया है। यानी ट्रस्ट ने सर्किल रेट से 7 गुणा अधिक रेट से ज़मीन खरीदी है।