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अयोध्या: रामपथ चौड़ीकरण के नाम पर 250 साल पुरानी मस्जिद की मीनार गिराने का नोटिस, मस्जिद कमेटी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की

उत्तर प्रदेश में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर मस्जिदों को शहीद करने के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहें हैं ताज़ा मामला अयोध्या ज़िले का हैं, जहां पर प्रशासन सड़क चौड़ीकरण के नाम पर 250 साल पुरानी मस्जिद की मीनार गिराना चाहता हैं।

गुदरी बाज़ार इलाके में बनी मस्जिद खजूर वाली की मीनार को हटाने के लिए प्रशासन ने कमेटी को नोटिस दे दिया हैं जिसके खिलाफ़ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई हैं।

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक़, मस्जिद की मीनार रामपथ के चौड़ीकरण में लगभग 3 मीटर बीच में आ रही है. ये सड़क अयोध्या के नया घाट इलाके को लखनऊ-अयोध्या हाइवे के शहादतगंज क्षेत्र से जोड़ती है।

प्रशासन के इस नोटिस के ख़िलाफ़ मस्जिद कमेटी और शिया वक्फ़ बोर्ड ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. जिसका फ़ैसला आना बाकी हैं।

इस मामले पर एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का कहना हैं कि, अयोध्या में “रामपथ” के चौड़ीकरण के दौरान “खजूर की मस्जिद” का मामला सामने आया है, मस्जिद के मिनार (दाहिना) को गिराने की ग़ैर-क़ानूनी कोशिश की जा रही है और मस्जिद के ज़िम्मेदारो ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, मिनार को इस तरह दबाव बना कर तोड़ने की कोशिश करना निंदनीय है, योगी आदित्यनाथ को चाहिए के वो क़ानून का पालन करें और शिया समुदाय की इस ऐतिहासिक मस्जिद का सम्मान करें।

आपको बता दें कि, इस मस्जिद को 1750 में नवाब मेहदी हसन खान ने बनवाया था. इसके केयरटेकर परवेज हुसैन का कहना है कि प्रशासन उन पर मस्जिद का एक हिस्सा तोड़ने का दबाव बना रहा है. जबकि ये मस्जिद उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ़ बोर्ड में रजिस्टर्ड है।

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