आज़मगढ़ ज़िले के नौशेरा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहाँ 24 वर्षीय दलित युवक दुर्गेश कुमार (जो पेशे से लोको पायलट था) की कथित रूप से पिटाई कर ज़बरदस्ती ज़हर पिलाने से मौत हो गई।
मामला एक अंतरधार्मिक संबंध को लेकर विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है। पीड़ित के छोटे भाई अजीत कुमार ने बताया कि शनिवार शाम को आरोपी ज्ञानेंद्र मिश्रा ने दुर्गेश को “बात सुलझाने” के बहाने बुलाया। लेकिन मौके पर पहुँचते ही उसे घेरकर गणेश यादव, अजय यादव, श्रवण यादव, शेरू यादव, गोविंद यादव और मिश्रा ने बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में दुर्गेश को थप्पड़ मारे जाते और कई लोगों द्वारा दबोचकर पीटते हुए देखा जा सकता है।
अजीत के अनुसार, इसके बाद दुर्गेश को ज़बरदस्ती ज़हर पिलाया गया और सुनसान जगह पर छोड़ दिया गया। उसने जेब में छुपाए गए दूसरे मोबाइल से भाई को कॉल कर पूरी घटना और आरोपियों के नाम बताए।
अजीत उसे तुरंत अस्पताल ले गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना से ग़मगीन पिता ने कहा, “वह परिवार का इकलौता कमाने वाला था। उन्होंने मेरा बेटा, मेरी रौशनी छीन ली।”
पोस्टमार्टम के बाद गुस्साए ग्रामीणों और परिवारजनों ने आज़मगढ़–गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया और कड़ी कार्रवाई की मांग की। भारी जाम लगने के बाद तीन थानों की पुलिस और पीएसी बल तैनात कर सड़क खाली कराई गई।
एसपी (ग्रामीण) चिराग जैन ने बताया कि छह आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। “परिवार ने आरोप लगाया है कि दुर्गेश की पिटाई कर उसे ज़हर पिलाया गया। वीडियो सबूत में आरोपी साफ़ दिखाई दे रहे हैं। आरोपियों की तलाश में छापेमारी चल रही है।”
वाराणसी ज़ोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ज़हर पाया गया है और विसरा आगे की जाँच के लिए सुरक्षित रखा गया है। गाँव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर हालात पर नज़र रखी जा रही है।