बिहार में नवादा के कौआकोल में बीते 24 दिसंबर को मस्जिद से नमाज़ पढ़कर घर लौट रहें के 70 वर्षीय मुअज्जिन मोहम्मद सज्जाद अली की लोहे की रॉड से पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। इस हमले में तीन मुस्लिम पुरुष और एक महिला भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
मीडिया से बात करते हुए सज्जाद के दामाद ने कहा, “वह एक अच्छे इंसान थे जो बिना किसी को परेशान किए घर लौट रहे थे, उन्होंने उन्हें घसीटा और इतनी जोर से मारा कि अंततः उनकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा, “एक साधारण व्यक्ति जो मस्जिद में नमाज़ पढ़ता था, लोगों को नमाज़ के लिए बुलाता था, उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह समाज में अस्वीकार्य है।
बताया जा रहा है कि घायलों को पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में से एक की तस्वीर में चेहरे पर गंभीर जख्म के निशान दिख रहे हैं। मृतक के दामाद के अनुसार घायलों में से एक आईसीयू में है।
यह हमला पंचायत सरकार भवन के निर्माण को लेकर हुए विवाद के बाद हुआ।
विवाद को याद करते हुए उनके दामाद ने कहा, “दो दिन पहले विवाद के बाद आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन दुर्भाग्य से एसएचओ ने मामले को नजरअंदाज कर दिया और उनके खिलाफ कोई संज्ञान नहीं लिया गया। अगर एसएचओ ने पहले ही उनके खिलाफ कार्रवाई की होती तो हत्या नहीं होती।”
पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान दिलीप, श्याम सुंदर, शिव शंकर और अन्य के रूप में हुई है।