हेट क्राइम एवं मुस्लिम विरोधी हिंसा को अपनी पत्रकारिता के ज़रिए उजागर करने वाले पत्रकार मीर फैसल को बिहार पुलिस के निर्देश पर ट्विटर ने नोटिस भेजा हैं।
ट्विटर के ज़रिए आए नोटिस में मीर फैसल के 19 ट्विट को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 का उल्लंघन बताते हुए हटाने का निर्देश दिया है।
यह सभी ट्वीट रामनवमी के दिन बिहार समेत देशभर में हुई हिंसा से संबंधित हैं जिनमें हिंदुत्ववादियों द्वारा मुसलमानों को निशाना बनाया गया हैं।
नोटिस में लिखा गया हैं कि, पारदर्शिता के हित में, हम आपको यह सूचित करने के लिए लिख रहे हैं कि ट्विटर को बिहार पुलिस से आपके ट्विटर अकाउंट @meerfaisla01 के संबंध में एक अनुरोध प्राप्त हुआ है, जिसमें दावा किया गया है कि निम्नलिखित सामग्री भारत के सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम का उल्लंघन करती है।
इस मामले पर वालंटियर्स अगेंस्ट हेट के नेशनल कन्वेनर डॉक्टर मेराज हुसैन का कहना हैं कि, बिहार पुलिस द्वारा मीर फ़ैसल पर अपने ट्वीट हटाने के लिए ये दबाव नाक़ाबिले बर्दाश्त है. वह एक पत्रकार के रूप में मजलूमों के दर्द को सामने ला रहे हैं तो आख़िर पुलिस और सरकार को इससे कैसा डर?