कांग्रेस ने वाराणसी लोकसभा सीट की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट सार्वजनिक करने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनावी धांधली का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी के मीडिया एवं पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा कि यह लिस्ट मिलने पर साबित हो जाएगा कि प्रधानमंत्री “चोरी की कुर्सी” पर बैठे हैं।
कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान खेड़ा ने भाजपा नेता अनुराग ठाकुर के कथित फर्जी वोटर खुलासे को भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत का प्रमाण बताया।
उन्होंने कहा कि मतगणना के दिन आधे समय तक मोदी वाराणसी से पीछे थे, लेकिन “फर्जी वोटरों का बूस्टर डोज” मिलने के बाद जीत गए।
खेड़ा के अनुसार, चुनाव आयोग विपक्ष को ई-वोटर लिस्ट देने में महीनों का समय लगाता है, जबकि भाजपा नेताओं को यह कुछ ही दिनों में उपलब्ध हो जाती है। उन्होंने ठाकुर द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों को “अपराधिक सबूत” बताते हुए मांग की कि ये कांग्रेस को सौंपे जाएं।
कांग्रेस नेता ने वायनाड और रायबरेली का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर वहां फर्जी वोट न होते तो प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की जीत का अंतर और अधिक होता।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि राहुल गांधी के खुलासे पर तुरंत नोटिस जारी किया गया, जबकि ठाकुर को अब तक कोई नोटिस नहीं मिला।
खेड़ा ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से सवाल किया, “जब सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं, तो वे कहां हैं?”