मध्य प्रदेश के गंगा जमुना स्कूल को लेकर एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ हैं, जिसमें बच्चों के पेरेंट्स का कहना हैं कि, हमें ड्रेस कोड को लेकर कोई आपत्ति नहीं हैं, हिंदुत्ववादी जबर्दस्ती माहौल खराब कर रहें हैं।
द क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक़, हिंदू पेरेंट्स का कहना हैं कि, हमारी बेटी ने कभी भी हिजाब को लेकर कोई शिकायत नहीं की हैं, यह उनके ड्रेस कोड का हिस्सा था और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. हम जानते थे कि ड्रेस कोड क्या था. फिर भी हमने अपने बच्चे का एडमिशन कराया।
हमारे लिए ड्रेस कोड मायने नही रखता बल्कि क्वालिटी ऑफ एजुकेशन मायने रखती है, जो गंगा जमुना स्कूल में बहुत अच्छी थी. स्कूल की तरफ़ से कभी भी हिजाब के लिए दबाव नहीं बनाया गया।
एक बच्चें के पिता राम प्रकाश साहू का कहना हैं कि, टॉपर छात्रों के पोस्टर लगने के बाद हिंदुत्ववादियों ने हंगामा किया था, जिन लोगों के बच्चें इस स्कूल में पढ़ते हैं उन बच्चों के माता-पिता की तरफ़ से कोई विरोध नहीं था।
एक अन्य बच्चें की माता आशा चौहान के अनुसार, मेरे परिवार के तीन बच्चे इसी स्कूल में पढ़ते थे, मेरा घर स्कूल की बिल्डिंग से सटा हुआ है. मेरी छत से पूरा स्कूल दिखता हैं, मैने कभी नहीं सुना कि स्कूल में किसी को भी हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
जबकि स्कूल में बहुत सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, एक कार्यक्रम में तो मेरे घर के बच्चे कृष्ण और राधा भी बने थे।
आपको बता दें कि, हिंदुत्ववादियों द्वारा जबरन हिजाब पहनाने का आरोप लगाने के बाद से बीजेपी सरकार ने इस स्कूल की मान्यता रद्द कर दी हैं जिसके कारण 1 हज़ार बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया हैं।