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गुजरात: मदरसे के बच्चों को भीड़ ने बेरहमी से पीटा, एक का हाथ टूटा, दूसरे के सर पर गहरी चोट आई

अहमदाबाद के पालड़ी विश्वकुंज क्रॉस रोड पर रविवार रात करीब 10 बजे मुफ़्ती अब्दुल कय्यूम रंगरेज के बेटे खीझर और उन के भांजे उमर पर भीड़ द्वारा हमला।

उमर का हाथ मरोड़ कर तोड़ दिया गया, सर पर जख्म, दोनों हाथ पैर और कमर पर जख्मी किया गया. खीझर के दोनों हाथ मे टाँके, शरीर के कई हिस्सों में जख्म।

हुआ था यूं कि मदरसे में पढ़नेवाले दोनों बच्चे एक्टिवा से पालड़ी अपने घर लौट रहे थे. विश्वकुंज चार रास्ता पर तथाकथित भावेश नामक एक व्यक्ति अपनी बीवी बच्ची के साथ एक्टिवा पर गुजर रहा था।

उस ने बगैर इंडिकेटर के टर्न ले लिया. जिस की वजह से ये दोनों बच्चे एक्टिवा समेत जमीन पर गिरे. दोनों के चेहरे हुलिए से साफ पता चलता है कि दोनों बच्चे मुस्लिम है।

ड्राइविंग में जिस ने गलती की, उस की बाइक तक नही गिरी. लेकिन ये दो मुस्लिम बच्चे गिरे। फिर तो तथाकथित भावेश की बीवी ने दोनों बच्चों को मारना शुरू किया और शोरगुल मचा दिया।

जिस से स्थल पर एक मॉब बन गया और फिर जैसे 2014 से होता आया है, मोब लिंचीग की शुरुआत हुई।

दोनों बच्चो पर हिसंक हमला हुआ. किसी ने 100 नम्बर डायल किया, और ट्रैफिक पुलिस ने “अकस्मात से इजाग्रस्त” की कैटेगरी में दोनों बच्चो को शिफा अस्पताल शिफ्ट कर दिया।

यानि ट्रैफिक पुलिस ये मनवा रही थी कि 45-45 किलो वजन वाले दो बच्चे 80 किलो के एक्टिवा से आकस्मिक गिरे तो एक का हाथ 280 डिग्री घूम गया, फ्रेक्चर हुआ, सर फुट गया, जगह जगह स्टिच आये। पीछे बैठे लड़के के भी दोनों हाथ पर इतना मार लगा कि वो बॉलपेन नही पकड़ सकता।

रात 12:50 मिनट पर जेन्युइन हेल्प फाउंडेशन की टीम का फोन आता है. पता चलता है कि दस बजे की घटना की अब तक एफआईआर नही हुई है।

रात एक बजे पालड़ी पुलिस स्टेशन पहुंचते है। दस मिनट की चर्चा के बाद पालड़ी पुलिस एफआईआर लेने की शुरुआत करती है। शहर के दोनो मुस्लिम विधायक ग्यासुभाई और इमरानभाई पिछली रात आउट ऑफ स्टेशन थे.

रात 1 बजे से सुबह 5 बजे तक पालड़ी पुलिस सतर्कता से एफआईआर ऑनलाइन करती है. घटना स्थल पर दो पंच को ले जाकर रात 3 बजे पंचनामा करती है।

शिफा अस्पताल से ट्रीटमेंट रिपोर्ट मंगवाती है, फिर दोनों पीड़ित बच्चो का निवेदन लेने अस्पताल पहुंचती है। कुल मिलाकर रात एक बजे के बाद पालड़ी पुलिस का सहयोग अदभुत था, सिर्फ चार घण्टे में सारे कागजात, एफआईआर, पंचनामा, पीड़ित के जवाब, ट्रीटमेंट रिपोर्ट सबमिट हो गया।

फोटोग्राफ ले लिए गए, अब कल सुबह डॉ पुरोहित उमर के हाथ मे दो सर्जरी करेंगें, उस के बाद फिर से पुलिस मेडिकल सर्टी लेगी, डॉक्टर का ओपिनियन लेगी, सीसीटीवी कैमरा फुटेज चेक किये जायेंगे, और पहचान के आधार पर गिरफ्तारियां होगी।

ऐसा लगता है कि मोब लिंचिंग की घटनाए अब एक रूटीन बन चुकी हैं. 2021 में मुस्लिमो पर एटैक की गुजरात मे ये 17वी घटना हैं।

स्टोरी – सलीम हाफेजी की फेसबुक वाल से

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