संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के उम्मीदवारों को जीतता देख एबीवीपी हिंसा पर उतर आयी है।
एनएसयूआई को रोकने के लिए एबीवीपी द्वारा पहले समाजवादी छात्र सभा से गठबंधन किया लेकिन जब वह लोग उसमें भी सफल नही हो पाए तो उन्होंने हिंसा का सहारा लिया।
एबीवीपी द्वारा एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव की गाड़ी पर हमला किया जिसमें दोनो बाल-बाल बचें।
एबीवीपी के लोगो ने जिस कार पर हमला किया वह पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है उसके शीशे भी टूटे है।
एनएसयूआई का कहना है कि जब जब एबीवीपी और संघ हारता है तब-तब यह लोग हिंसा का सहारा लेते है हम इनकी हिंसा का जवाब प्यार से देंगे। हम गाँधी जी के कदमों पर चलने वाले लोग है हम हिंसा का जवाब हिंसा से नही देंगे।
यह लोग समाज में अराजकता फैलाना चाहते है कैंपस में भय का वातावरण पैदा करना चाहते है हमारी प्रशासन से मांग है कि ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्यवाई की जाएँ तथा एबीवीपी के छात्र संघ पदाधिकारियों के नामांकन रद्द किये जाएँ।