राजस्थान की धरती मुस्लिम और दलित समुदाय के लोगों के लिए दिन प्रतिदिन असुरक्षित होती जा रहीं हैं, कभी दलित छात्र को शिक्षक के मटके से पानी पीने के लिए मार दिया जाता हैं तो कभी मुस्लिम छात्र को शिक्षकों द्वारा इतना प्रताड़ित किया जाता कि वह आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाता हैं।
ताज़ा मामला चुरू के सुजानगढ़ कस्बे के राजकीय पूनम चंद बगड़िया स्कूल का हैं, जिसमें में 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले मुस्लिम छात्र रज्ज़ाक खान ने शिक्षकों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
मृतक के बड़े भाई रुस्तम खान ने 31 जनवरी को नागौर ज़िले के लाडनू पुलिस थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि स्कूल के शिक्षक धन्नाराम प्रजापत, शशि शर्मा व रणजीत भींचर उसके भाई के साथ अमानवीय व्यहार करते थे. धार्मिक आधार पर भी टिप्पणी करते थे, जिसके कारण शिक्षकों की प्रताड़ना से तंग आकर उसके छोटे भाई ने आत्महत्या कर ली।
मृतक के भाई की शिकायत पर पुलिस ने तीनों शिक्षकों को नामजद करते हुए धारा 306 के तहत एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी हैं।
मृतक छात्र के कपड़ों से बरामद सुसाइड नोट भी उसके साथ होने वाले व्यवहार का ज़िक्र किया तथा उसकी मौत के जिम्मेदार लोगों के नाम भी लिखे हैं।
इस मामले की अपडेट को लेकर नागौर पुलिस का कहना हैं कि, परिवादी पक्ष के परिवाद पर प्रकरण में अनुसंधान अधिकारी थानाधिकारी लाडनूं के स्थान पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नागौर को नियुक्त किया गया, जिनके द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है।