जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से लगातार शांति का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी और उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की पोल खुल गईं हैं।
द कश्मीर रीडर के मुताबिक़, श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में लगातार 6 शुक्रवार से जुम्मा की नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं दी जा रही है. इसके अलावा मस्जिद के मुख्य मौलवी मुहम्मद उमर फारूक को भी घर में नजरबंद कर दिया गया है।
मस्जिद की देखभाल करने वाली संस्था अंजुमन औकाफ द्वारा ज़ारी एक बयान में कहा गया हैं कि, कश्मीर की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में लगातार छः बार से प्रशासन द्वारा जुम्मा की नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं देने वाला फैसला समझ से परे और बहुत ही ज्यादा परेशान करने वाला है।
कमेटी द्वारा ज़ारी बयान में कहा गया है कि, फिलिस्तीन और इजरायल के बीच ज़ारी युद्ध को बहाना बनाकर इस मस्जिद को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है. मस्जिद में नमाज़ पढ़ने की अनुमति नहीं देने की घटना से यहां के प्रशासन द्वारा किए जा रहे सामान्य स्थिति के दावों की भी पोल खुल रहीं हैं।
कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि प्रशासन को अपने फैसले में संशोधन करके मस्जिद में नमाज पढ़ने अनुमति देनी चाहिए और मुख्य मौलवी की नजरबंदी के आदेश को भी रद्द करना चाहिए।