वैसे तो हिंदुस्तान की महिलाएं हर जगह झंडे गाड़ रहीं हैं. लेकिन जब महिलाओं में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं की बात आती हैं. तो बहुत कम ही किसी महिला को इतने बड़े पद पर देखा जाता हैं।
अंबेडकर नगर ज़िले के अकबरपुर नगर के मीरानपुर की रहने वाली बुशरा जाफरी के कुछ कर गुजरने के जज्बे ने उनको भारतीय सेना लेफ्टिनेंट कर्नल के पद तक पहुंचा दिया।
बुशरा जाफरी फ़िलहाल अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर तैनात हैं. बुशरा जाफरी अपने ज़िले की पहली महिला हैं जो इतने बड़े पद पर तैनात हैं।
बुशरा जाफरी की 6 बहनें हैं जिनमें वह चौथे नंबर पर हैं. इस कामयाबी के लिए बुशरा अपने अब्बा का बहुत अहम योगदान मानती हैं।
बुशरा जाफरी का कहना हैं कि उनके अब्बा ने कभी बेटी-बेटे में फर्क नहीं किया. जिसके कारण आज में इस मुकाम पर हूं।
बुशरा ने सन 2000 में 12वीं कक्षा पास की थी तथा 2004 में दिल्ली से इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन में बीटेक किया। इसके बाद वह देश की सेवा करने के लिए सेना में आ गईं।
बुशरा की दो बहने बीयूएमएस डॉक्टर हैं. बुशरा का कहना हैं कि अगर कुछ करने का ठान लिया जाएं तो वह जरूर मिलता हैं।