दलित समाज के लोगों को अब संविधान के दायरे में रहकर काम करना भी मंहगा पढ़ता जा रहा हैं. मध्य प्रदेश में दलित RTI एक्टिविस्ट के साथ मार पीट का मामला सामने आया हैं।
घटना ग्वालियर जिले के पनिहार थाना क्षेत्र की हैं जहां पर एक दलित आरटीआई एक्टिविस्ट शशिकांत जाटव को आरटीआई के ज़रिए सूचना मांगना महंगा पढ़ गया।
शशिकांत जाटव ने आरटीआई के ज़रिए पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी मांगी थीं जिससे गांव की सरपंच का पति गुस्सा हो गया तथा उसने पंचायत सचिव और अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी बेहरमी से पिटाई की।
सरपंच पति ने पहले तो शशिकांत जाटव को कमरे में बंद करके बेरहमी से पीटा तथा आरोप हैं कि उसके बाद शशिकांत को पेशाब पीने के लिए मजबूर किया।
बेरहमी से हुई पिटाई के कारण शशिकांत जाटव बुरी तरह घायल हो गए जिसके बाद उन्हें ग्वालियर लाया गया जहां से उनको दिल्ली एम्स रेफर कर दिया गया. शशिकांत की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।
इस मामले में पुलिस ने फिलहाल दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया तथा अन्य लोगों की तलाश जारी है।