न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (NBDSA) ने भ्रामक थंबनेल लगाने के मामले में टाइम्स नाउ नवभारत को कड़ी फटकार लगाते हुए इस प्रकार के थंबनेल हटाने का आदेश दिया है।
NBDSA ने समाचार चैनलों को सलाह जारी की है कि वीडियो के थंबनेल वीडियो की विषय-वस्तु से मेल खाने चाहिए।
आपको बता दें कि जीत ने इस प्रकार के थंबनेल के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी जिसमें टाइम्स नाउ नवभारत ने कहा था कि मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं को परेशान कर रहे हैं, जबकि साक्षात्कार में शामिल महिलाओं ने ऐसा कोई दावा नहीं किया था।
उस दौरान 48 घंटों में टाइम्स नाउ नवभारत ने शिमला की संजौली मस्जिद पर 150 से ज़्यादा वीडियो अपलोड किए, जिनमें से ज़्यादातर थंबनेल मुस्लिम विरोधी भावनाओं को बढ़ावा दे रहे थे या मस्जिद को अवैध घोषित करने जैसी भ्रामक जानकारी दे रहे थे, जबकि मामला अभी भी न्यायालय में विचाराधीन था। NBDSA ने पाया कि TNN ने अपने दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है।
टाइम्स नाउ नवभारत बार-बार अपराध करता है। मैंने पहले जो शिकायतें दर्ज की हैं, उनमें एनबीडीएसए ने टाइम्स नाउ नवभारत पर जुर्माना लगाया था और इस्लामोफोबिक रिपोर्टिंग के खिलाफ चेतावनी जारी की थी। इस मामले में एनबीडीएसए ने टाइम्स नाउ नवभारत पर 1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक़, एनबीडीएसए ने शिमला में एक मस्जिद के बारे में अपनी रिपोर्ट में सांप्रदायिक रूप से भ्रामक यूट्यूब थंबनेल का उपयोग करने के लिए टाइम्स नाउ नवभारत को फटकार लगाई।
एनबीडीएसए का कहना है कि टाइम्स नाउ नवभारत के थंबनेल ने मुस्लिम पुरुषों के बारे में गलत और भ्रामक धारणा दी है। एनबीडीएसए ने चैनल से ऐसे थंबनेल हटाने को कहा।