राजनीतिक विश्लेषक और AIMIM नेता शादाब चौहान ने शुक्रवार को एक ट्वीट के माध्यम से बिहार की राजनीति पर तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब “वोट हमारा, राज तुम्हारा” नहीं चलेगा।
अपने ट्वीट में शादाब चौहान ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि “14% यादव समाज के नेता तेजस्वी यादव को 143 सीटें और मुख्यमंत्री की कुर्सी, 2.5% सेहनी समाज के नेता मुकेश जी को 16 सीटें और उपमुख्यमंत्री का ऑफर, वहीं आई.पी. गुप्ता जी की पार्टी को 3 सीटें दी गई हैं, लेकिन 20% मुस्लिम आबादी को ना तो टिकट दिए गए हैं और ना ही उपमुख्यमंत्री पद की घोषणा की गई है।”
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को केवल वोट बैंक समझना गलत है। चौहान ने आरोप लगाया कि “आप लोगों को लगता है कि मुसलमान सिर्फ वोट डालने की मशीन है, जिसका काम सिर्फ दूसरों के लिए कुर्सियां लगाना और दरी बिछाना है। लेकिन याद रखिए, यह अहंकार टूटेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर हिम्मत है तो खुलकर बोलिए कि 20% मुस्लिम समाज का राजनीतिक प्रतिनिधित्व भी होगा और उनके समाज से भी हम उपमुख्यमंत्री बनाएंगे।” चौहान ने सवाल उठाया कि “कौन-सी काबिलियत मुकेश सहनी जी में है जो मुसलमानों में नहीं है?”
शादाब चौहान के इस बयान के बाद बिहार की सियासत में नई बहस छिड़ गई है, जहां मुस्लिम समुदाय को उचित राजनीतिक हिस्सेदारी देने की मांग एक बार फिर ज़ोर पकड़ती दिखाई दे रही है।

