बिहार और उत्तर प्रदेश से उठी आंदोलन की चिंगारी का असर अब दिल्ली में भी देखने को मिल रहा है. कांग्रेस की छात्र इकाई ने रेल मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
दिल्ली में NSUI ने विरोध प्रदर्शन में NEET PG, NTPC, CBT 2 GroupD व UPSC के छात्रों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
विरोध प्रदर्शन की अगुवाई एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने की. प्रदर्शनकारियों ने छात्रों पर हुई बर्बरता के खिलाफ रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का पुतला फूंका.
प्रदर्शनकारी रेल मंत्रालय की तरफ जा रहे थे जहां पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग कर रोकने की कोशिश की, बैरिकेडिंग पार करने वाले छात्रों को पुलिस ने मंदिर मार्ग थाने में डीटेन कर रखा गया,
छात्रों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि छात्रों को पहले ही महामारी के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ा है, इसपर सरकार को खास ध्यान देने की जरूरत थी पर सरकार लापरवाह रही, संबंधित छात्रों से बिना बातचीत करें नए नियम थोपे जा रहे है जिसका विरोध करने पर उन्हें बर्बरता से पीटा गया, CBT 2 Group D के 1,40,000 पद 2019 से खाली पड़े है, सरकार पहले तो परिक्षा नही करवाती, परीक्षा होती भी है पेपर लीक हो जाता है, पेपर लीक नही होता तो नजीते नही आते और नतीजे आ भी जाएं तो नियुक्ती नही मिलती, सरकार रोजगार उपलब्ध करवाने में पूरी तरह से विफल रही है, उन्होंने कहा कि पिछले साल 26 जनवरी को अपने हक की लड़ाई लड़ रहे किसानों को पिटा गया था और इस 26 जनवरी को ऐसी ही बर्बरता छात्रों के साथ की गई।
NSUI ने मांग की है कि प्रदर्शनकारी छात्रों व टीचर्स पर की गई FIR वापस ली जाए, FIR करना किसी बात का हल नही है, सरकार को छात्रों से बैठकर बात करनी चाहिए व उनकी समस्याओं का निवारण करना चाहिए.
NSUI के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कुनाल सहरावत ने मिडिया से बातचीत करते हुए कहा कि समय को देखते हुए सरकार को अपना अहंकार छोड़ छात्र हित में फैसले लेने होंगे, कोरोना में वैसे भी कई छात्रों का भारी नुकसान हुआ है, यह हमारे लिए राजनीति का विषय नही है बल्की राष्ट्रीय चिंतन का विषय है और सभी को मिलकर इसका हल निकालना चाहिए, सरकार को हर विषय अपनी प्रतिष्ठा पर लेकर नही देखना चाहिए, छात्र ही राष्ट्र का भविष्य और भविष्य की शक्ती है।