ओडिशा के देवगढ़ ज़िले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ भीड़ ने गौहत्या के आरोप में 35 वर्षीय दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
मृतक की पहचान कौंसिधिपा गाँव के किशोर चमार के रूप में हुई है, जो मवेशियों की खाल उतारने का काम करता था। उसके साथी गौतम नायक पर भी हमला किया गया, लेकिन वह घायल होने के बावजूद किसी तरह बच निकलने में सफल रहा।
देवगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि बुधवार को भीड़ ने दोनों को एक गाय की खाल उतारते देखा।
पीड़ितों का कहना था कि गाय की मौत स्वाभाविक रूप से हुई थी, वे केवल उसकी खाल उतार रहे थे। लेकिन भीड़ ने उन पर गाय की हत्या का आरोप लगाकर हमला कर दिया।
यह घटना रियामल थाना क्षेत्र के कुंदेइजुरी गाँव में हुई। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि दो महीने पहले गंजम ज़िले में भी इसी तरह की घटना हुई थी, जहाँ गौरक्षकों ने दो दलितों—54 वर्षीय बाबुला नायक और 42 वर्षीय बुलु नायक—को गौ-तस्करी के शक में बुरी तरह प्रताड़ित किया था। उस दौरान उन्हें पीटने के साथ रेंगने, घास खाने और सिर मुंडवाने तक के लिए मजबूर किया गया था।