कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन एक बार फिर से अपने पुराने स्वरूप में वापिस आने वाला हैं। किसानों ने फिर से आंदोलन तेज़ करने का ऐलान कर दिया हैं।
हरियाणा में किसानों पर लाठी चार्ज एवं एक किसान की मौत के बाद से किसानों में गुस्सा बढ़ गया हैं। आंदोलन को तेज़ करने के लिए किसानों ने महापंचायत करने का ऐलान कर दिया हैं।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को किसानों ने तीनो कृषि कानूनों के विरोध में महापंचायत करने ऐलान किया हैं। जिसके लिए गांव गांव जाकर तैयारी की जा रहीं हैं।
किसान नेता योगेंद्र यादव किसान महापंचायत को लेकर दिन रात मेहनत कर रहें हैं तथा गांव गांव जाकर लोगों को जोड़ रहें हैं।
योगेंद्र यादव ने किसान पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि “5 सितंबर को मुज्जफरनगर (उत्तरप्रदेश) में होने वाली महापंचायत ऐतिहासिक होगी। इस दिन किसान सरकार को यह चेता देगा कि अब उसका अहंकार टूटने ही वाला है। किसान की ताकत को कम समझना भाजपा सरकार के लिए एक बड़ी भूल साबित होगी।
5 सितंबर को मुज्जफरनगर(उत्तरप्रदेश) में होने वाली महापंचायत ऐतिहासिक होगी। इस दिन किसान सरकार को यह चेता देगा कि अब उसका अहंकार टूटने ही वाला है। किसान की ताकत को कम समझना भाजपा सरकार के लिए एक बड़ी भूल साबित होगी।
आज @_JaiKisan उत्तरप्रदेश ने मुज्जफरनगर में किसान पंचायत की। pic.twitter.com/1b1sGp9m5u
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 1, 2021
योगेंद्र यादव पहले दिन से ही कृषि कानूनों का खुल कर विरोध कर रहें हैं तथा लगातार किसानों को जोड़ने की कोशिश कर रहें हैं।