मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर तक विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले कई सर्वे सामने आए हैं जिनमें प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है. साथ ही बीजेपी 55 सीटों से भी कम पर सिमट रही है।
कांग्रेस के पास 2018 के अपने 15 महीनों का कार्यकाल और कमलनाथ जैसे निर्विवाद और अनुभवी नेता का साथ है. इसे लेकर वह जनता के बीच पहुंच रही है।
कांग्रेस पार्टी के मुताबिक़, BJP पर 18 वर्षों की देनदारियां और अधूरी घोषणाएं हैं जो गंभीर सत्ता विरोधी लहर (एंटी इनकम्बेंसी) का रूप ले चुकी है. पिछले 5 महीनों में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर 6 अलग-अलग सर्वे सामने आए हैं. सभी सर्वे में BJP की सीटें लगातार घटती जा रही हैं. इतना ही नहीं, बीजेपी के सर्वे में भी पार्टी बुरी तरह से हार रही है।
ये सर्वे आने के बाद से मध्य प्रदेश बीजेपी में खलबली मची है और ये सुझाव भी मिला है कि 60% बीजेपी विधायकों के टिकट काटे जाएं।
आइए अब तक 6 सर्वे पर नजर डालते हैं:
जनवरी 2023 में संघ का एक सर्वे सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ जिसमें बीजेपी 103 सीटों के साथ सरकार से बाहर जा रही है. फ़रवरी 2023 में कांग्रेस का एक आधिकारिक सर्वे सामने आया जिसमें बीजेपी 95 सीटों सिमटती नज़र आ रही है।
मार्च 2023 में इंटेलिजेंस का एक गोपनीय सर्वे लीक हुआ जिसमें बीजेपी को 80 से भी कम सीटें मिलती नज़र आ रही हैं. अप्रैल 2023 में दैनिक भास्कर एवं ईएमएस समेत कई समाचार समूह के सर्वे प्रशासनिक हल्क़ों में तेज़ी से वायरल हुए जिसमें बीजेपी 70 सीटों पर सिमट रही है।
मई 2023 में ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर एक सर्वे हुआ जिसमें बीजेपी को मात्र 65 सीटें मिलती नज़र आ रही हैं. जून 2023 नवभारत समाचार ने एक सर्वे प्रकाशित किया जिसमें बीजेपी को मात्र 55 सीटों के साथ सत्ता से बाहर होते बताया गया है।
उपरोक्त सभी सर्वे का ट्रेंड बता रहा है कि कांग्रेस तेज़ी से बढ़त बनाते हुए जनता की आवाज़ बन रही है. वहीं बीजेपी की हालत आए दिन ख़राब होती जा रही है. यानी साफ है कि इस बार बीजेपी 50 से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी।