दिल्ली के जंतर-मंतर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं द्वारा आयोजित रैली में मुस्लिम विरोधी नारे लगाने पर लगातार पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे है।
इस घटना के बाद से अल्पसंख्यक समाज में असुरक्षा की भावना जाग उठी है तथा अल्पसंख्यक समाज के लोगों का कहना है कि दिल्ली को एक बार फिर से दंगों की आग में झोकने की तैयारी हो रही है।
दिल्ली के जंतर मंतर में जिस जगह मुस्लिम विरोधी नारे लगे थे उस जगह से कुछ दूरी पर संसद मार्ग थाना तथा देश की संसद है उसके बावजूद पुलिस हाथ पे हाथ रखें बैठी रही।
फिलहाल इस घटना का जमकर विरोध हो रहा है तथा देश की जनता नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रही है।
जनता के दबाव को देखते हुए पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है लेकिन विडियों में मुस्लिम विरोध एवं भड़काऊ नारे लगाने वाले साफ नज़र आ रहे है।
आरोप है कि पुलिस अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
मुस्लिम विरोधी नारे लगाने वालों को राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) नेता प्रशांत कन्नौजिया ने करारा जवाब देते हुए कहा है कि “जब मुल्लो को काटने आएंगे, हमको सामने पाएंगे”।
जब मुल्लों को काटने आएंगे
हमको सामने पाएंगे।भाईचारा ज़िंदाबाद#Protest_against_Hate
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) August 9, 2021
प्रशांत कन्नौजिया ने लिखा है कि कुछ लोग देश का भाईचारा तोड़ना चाहते है लेकिन हम भाईचारा बनाकर रखेंगे। तथा “भाईचारा जिंदाबाद” का नारा भी दिया है।