पंजाब में हुई गोदी मीडिया के पत्रकार की गिरफ़्तारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र पर हमला बता रहीं हैं तथा आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरने की कोशिश कर रहीं हैं।
टाइम्स नाऊ की पत्रकार भावना किशोर और उनके सहयोगियों पर आरोप हैं कि, उनकी तेज रफ्तार कार ने एक महिला को टक्कर मारी तथा उसके साथ गाली-गलौज भी की. जिसके बाद पंजाब पुलिस ने उनको गिरफ़्तार कर लिया तथा लुधियाना की एक स्थानीय अदालत ने तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया हैं।
इस मामले पर पत्रकार रोहिणी सिंह का कहना हैं कि, पंजाब में हुई गिरफ्तारी से नोएडा एंकर्स व्यथित हैं, पर यह वही रास्ता है जो भाजपा ने सरकारों को दिखाया है, कैसे सिद्दीक़ कप्पन जैसे पत्रकारों को महीनों जेल में रखा, स्वतंत्र मीडिया संस्थाओं पर रेड की, रस्सी को साँप बना कर फर्जी मुकदमे किए और अभिव्यक्ति की आज़ादी को समाप्त कर देने की कोशिश की।
आज जो भावना के साथ हो रहा है वो देश में ना जाने कितने पत्रकारों के साथ हुआ है. किसी की नौकरी छीन ली गई, किसी को जेल भेजा गया, किसी की जासूसी कि गयी तो किसी को सोशल मीडिया पर निरंतर अपमानित किया गया।
सच बोलने की क़ीमत हर पत्रकार चुका रहा है और यह रास्ता भाजपा का ही दिखाया हुआ है. सरकारों का चरित्र एक सा होता जा रहा है, बदले की भावना से कार्यवाही अब आम बात होती जा रही है और इसका कारण मुख्यधारा की मीडिया है. जिसने इस नीति को अपनी मौन सहमति दी।
अब आग अपने घर तक पहुँची तो तकलीफ हो रही है, शायद हम जो बात वर्षों से कह रहे हैं वो थोड़ी बहुत समझ आयी होगी. पर जो सुधर जाये वो गोदी मीडिया नहीं, कल फिर जब भाजपा शासित राज्य में पत्रकारों का शोषण होगा तब ये सभी मौन व्रत धारण कर लेंगे. बस यही मौन इस सरकार की सबसे बड़ी ताकत है।